जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। नीतीश कुमार ने पाला बदलकर बीजेपी के साथ फिर से सरकार बना ली। पिछले कुछ दिनों से नीतीश कुमार बीजेपी के साथ जाने का प्लान बना रहे थे और फिर एकाएक उन्होंने लालू यादव का साथ छोड़ एक बार फिर बीजेपी की मदद से नौवीं बार सीएम बन गए है और अब उनको 12 फरवरी को बहुमत साबित करना होगा।
ऐसे में उनके लिए चुनौती है कि वो बहुमत साबित करे। उधर नीतीश सरकार को समर्थन दे रहे जीतन राम मांझी एक बार फिर नई सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल पैदा कर दी। दरअसल नीतीश सरकार में वो दो मंत्री पद चाहते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि उन्होंने कहा कि हम पार्टी से अनिल कुमार सिंह को भी मंत्री बनाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे महागठबंधन के तरफ से सीएम का ऑफर मिला था, लेकिन मैंने उसे ठुकरा दिया।
इसलिए मुझे मंत्रालय में दो सीट नहीं मिला तो यह मेरे साथ अन्याय होगा। उन्होंने कहा कि मैंने अमित शाह, नीतीश कुमार और नित्यानंद राय सहित अन्य नेताओं से बात की है।
जीतन राम मांझी को पैसा और पद से नहीं तौला जा सकता है, इसलिए मैं एनडीए के साथ हूं। उधर बिहार विधानसभा में सरकार के विश्वासमत हासिल करने को लेकर कांग्रेस अपने विधायकों को दिल्ली में बुला ली है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने शनिवार को दिल्ली पहुंचने वाले पार्टी के 16 विधायकों के साथ बात की।
वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह से जब सवाल पूछा गया कि जीतन राम मांझी एनडीए सरकार में दो सीटों की मांग कर रह हैं। इस पर अखिलेश प्रसाद सिंह ने जीतन राम मांझी को खुला ऑफर दे दिया।
उन्होंने कहा कि वो हमारे साथ आ जाए हम उन्हें सीएम बनवा देंगे। आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सभी बातों को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। तेजस्वी यादव चौंकाने के लिए ही जाने जाते हैं। उन्होंने तो स्पष्ट कहा है कि अभी खेल बाकी है।
अब देखना होगा कि नीतीश कुमार 12 फरवरी को बहुमत साबित कर पाते या नहीं लेकिन कांग्रेस ने जीतन राम मांझी को बड़ा ऑफर दिया है, ऐसे में नीतीश कुमार की तरह जीतन राम मांझी ने पाला बदल लिया तो क्या नीतीश कुमार की गिर जायेगी ये देखने लायक होगा क्योंकि जीतन राम मांझी के साथ-साथ कुछ और विधायकों की जरूरत पड़ेगी तब जाकर ये संभव हो पायेगा।