जुबिली स्पेशल डेस्क
जहां एक ओर कांग्रेस फिर से अपने पैरों पर खड़े होने के लिए संघर्ष कर रही है तो दूसरी तरफ लगातार उसके झटके लग रहे हैं। मोदी लहर में देश की सबसे पुरानी पार्टी एकदम से कमजोर पड़ गई है।
उसके हाथ कई राज्य निकल चुके हैं। इतना ही नहीं किसी जमाने में राहुल गांधी के जो बेहद करीब होते थे आज उन्होंने उनका साथ छोड़ दिया है।
राहुल गांधी की जो टीम बनी थी वो एकाएक टूट गई है। युवा टीम बिखर गई। हालांकि राहुल गांधी अकेले संघर्ष कर रहे हैं। जनता के साथ संवाद कर रहे हैं और अपनी पार्टी की वापसी का दम भर रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के कई दिग्गजों ने उनका साथ छोड़ दिया है।
2019 के लोकसभा चुनाव के बाद कई बड़े नेताओं ने कांग्रेस पार्टी से किनारा कर राहुल गांधी को बड़ा झटका दिया है। उनमें अनुभवी कैप्टन अमरिंदर सिंह, ग़ुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे बड़े चेहरे शामिल है। ये वो चेहरे थे जो राहुल गांधी के करीबी थे और कांग्रेस पार्टी को काफी मजबूत करते थे। इनमें ज्यादातर लोग आज बीजेपी या फिर अन्य पार्टी का हिस्सा बन चुके हैं। इतना ही नहीं कुछ तो सत्ता का सुख हासिल कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका तब लगा जब महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं में शुमार कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे की अटकलें कई दिनों से लग रही थी। सोशल मीडिया के माध्यम से मिलिंद देवड़ा ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है। इस दौरान उन्होंने एक पोस्ट में बताया कि उनका एक महत्वपूर्ण अध्याय खत्म हुआ। ये वो नेता है जो राहुल गांधी के करीबी माने जाते थे। इससे पहले भी कई ऐसे दिग्गजों ने पार्टी छोड़ी है जो राहुल गांधी के खासमखास रहे हैं।
इन नेताओं ने छोड़ा राहुल का साथ
कैप्टन अमरिंदर सिंह – नवंबर 2021 में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पार्टी को बड़ा झटका देते हुए पार्टी छोड़ दी थी। उनके हटने से कांग्रेस पंजाब में पूरी तरह से खत्म हो गई।
गुलाम नबी आजाद – इंदिरा गांधी के जमाने से लेकर राहुल गांधी के जमाने तक वो गांधी परिवार के बेहद खास मान जाते थे लेकिन अगस्त 2022 में कांग्रेस पार्टी को छोड़ने का फैसला किया।
आरपीएन सिंह -जनवरी 2022 में आरपीएन सिंह ने भी कांग्रेस से अलग होने का बड़ा फैसला किया। उनके न होने से राहुल गांधी की टीम को एक और बड़ा झटका लगा।
इनके अलावा 2021 में जितिन प्रसाद ने भी कांग्रेस ने छोड़ दिया था जबकि सितंबर 2021 में गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फ्लेरियो ने इस्तीफा देकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया। मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री रहे मुकुल संगमा ने भी नवंबर 2021 में इस्तीफा दे दिया। मई 2022 में सुनील जाखड़ और पाटीदार समाज के बड़े नेता रहे हार्दिक पटेल ने भी कांग्रेस से किनारा कर लिया।कपिल सिब्बल ने भी मई 2022 में कांग्रेस को अलविदा कह दिया था।