जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इन दिनों काफी सुर्खियों में है। बीते कुछ दिनों से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा उनपर कसता हुआ नजर आ रहा है। इतना ही नहीं माना जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा हाल ही में मुख्यमंत्री को भेजे गए समन के बाद उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
ऐसे में उनको सीएम पद गवाना पड़ सकता है। इन हालातों में वो सीएम के तौर पर अपनी पत्नी को सत्ता सौंप सकते हैं। इसके पीछे दूसरी सबसे बड़ी वजह है सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के गांडेय से विधायक सरफराज अहमद के सोमवार को अचानक इस्तीफे से ये अटकलें तेज हो गईं।
विपक्षी भाजपा ने दावा किया है कि अहमद को पद छोडऩे के लिए मजबूर किया गया ताकि ईडी जांच से उत्पन्न किसी स्थिति में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन गांडेय सीट से चुनाव लड़ सकें लेकिन अब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस पूरे मामले से पर्दा उठाते हुए अपनी पत्नी के चुनाव लडऩे की बात को खारिज कर दिया है और कहा है कि ये सब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘कोरी कल्पना’ है।
सोरेन ने देश की जानी-मानी न्यूज एजेंसी ‘से बातचीत में कहा कि इन कयासों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’से कहा, ‘‘मेरी पत्नी के निकट भविष्य में चुनाव लडऩे की संभावना पूरी तरह से भाजपा की कोरी कल्पना है। उन्हें सत्ता सौंपने की अटकल भाजपा द्वारा गलत विमर्श पेश करने के लिए फैलायी गयी है। ”
राजनीतिक सरगर्मी के बीच 5 जनवरी के पहले जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी विधायकों की बैठक भी बुलाए जाने की संभावना है। इस बैठक में हेमंत सोरेन की जगह कल्पना सोरेन को गठबंधन का नया नेता चुने जाने पर सहमति बन सकती हैं।
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बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने गांडेय विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद यहां उपचुनाव कराने को लेकर चल रही कवायद पर सवाल उठाया है।
उन्होंने महाराष्ट्र के एक अन्य मामले का हवाला देकर बताया कि अब गांडेय में उपचुनाव नहीं हो सकता है। क्योंकि महाराष्ट्र में काटोल विधानसभा सीट खाली हुई थी, तब विधानसभा का कार्यकाल एक साल 50 दिन बाकी थी, लेकिन चुनाव नहीं कराया गया। उन्होंने कहा कि कल्पना सोरेन को सीएम बनाकर सोरेन परिवार सत्ता पर अपनी पकड़ को बनाए रखना चाहता है।