जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। इंडिया गठबंधन में एक बार फिर दरार देखने को मिल रही है। दरअसल इस दरार का सबसे बड़ा कारण है नेताओं फिसलती हुई जुबान। अभी कल ही डीएमके नेता दयानिधि मारन का एक बयान चर्चा में आ गया है।
उनके इस बयान पर बीजेपी ने भी जमकर हमला बोला है जबकि डीएमके नेता दयानिधि मारन अब इंडिया गठबंधन के निशाने पर भी आ गए है।
अब सवाल है कि उन्होंने ऐसा क्या कह दिया कि बीजेपी के साथ-साथ डीएमके के अपने सहयोगी भी उससे नाराज हो गए है।दयानिधि मारन ने यूपी और बिहारियों के लेकर एक ऐसा बयान दे डाला कि जिसकी वजह से आरजेडी और समाजवादी पार्टी भी उनसे नाराज हो सकती है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दयानिधि मारन कहते हैं कि जो लोग बिहार में केवल हिंदी पढ़ते हैं वे तमिलनाडु में घर बनाते हैं और शौचालय साफ़ करते हैं। इसी बयान पर बीजेपी ने जमकर उनपर हमला बोला है।
अभी तक इस बयान पर दयानिधि मारन ने भी चुप्पी साध रखी लेकिन अब जानकारी मिल रही है ये बयान काफी पुराना है लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि इसे जानबूझकर इस वक्त वायरल किया गया है। डीएमके के सूत्रों ने दावा किया है कि यह एक पुराना वीडियो था जिसे बीजेपी ने दोबारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।
डीएमके सूत्रों ने कहा कि बाढ़ राहत कोष की मांग को लेकर तमिलनाडु सरकार के साथ टकराव के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की आलोचना से ध्यान हटाने के लिए भाजपा ने वीडियो को दोबारा प्रसारित किया है।
डीएमके सांसद दयानिधि मारन के बयान पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी अपनी राय रखी है और चुप्पी तोड़ते हुए साफ कहा कि करुणानिधि की पार्टी डीएमके है। डीएमके सामाजिक न्याय में विश्वास रखती है। अगर उस पार्टी के किसी नेता ने यूपी और बिहार के लोगों के बारे में कुछ कहा है तो वो निंदनीय है। हम इससे सहमत नहीं हैं। पूरे देश में यूपी और बिहार के मजदूरों की मांग हो रही है।
तेजस्वी यादव यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसा कोई बयान सामने आया है तो हम इसकी निंदा करते हैं। एक खास समुदाय के लोग सफाई क्यों करें? लेकिन वह कह रहे हैं कि बिहार और यूपी के लोग नाली साफ करने आ रहे हैं, यह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान से सबको बचना चाहिए।
कुल मिलाकर उनके बयान को लेकर इंडिया गठबंधन में दरार पड़ती हुई नजर आ रही है जबकि बीजेपी लगातार डीएमके पर हमला बोल रही है।