जुबिली स्पेशल डेस्क
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक के डिप्टी सीएम अजित पवार के नेतृत्व वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गुट में शामिल होने पर अब बवाल मचना शुरू हो गया है।
इसको लेकर अब डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम पर अजित पवार को पत्र लिखकर कड़ा ऐतराज जताया है।
इतना ही नहीं उन्होंने अजित पवार को पत्र लिखकर कहा कि नवाब मलिकको गठबंधन में लेना सही नहीं है। सोशल मीडिया पर इस लेटर को शेयर भी करते हुए फडणवीस ने नवाब मलिक लेकर साफ यिका है कि नवाब मलिक को गठबंधन में लेना ठीक नहीं है। जिस तरह के आरोप उनपर हैं। उन्हें अपने साथ गठबंधन में लेना सही नहीं ऐसा हमारा मानना है. सत्ता आती-जाती है पर सत्ता से ज़्यादा देश महत्वपूर्ण है।”
बता दें कि सियासी घमासान तब शुरू हुआ जब विधानसभा का सत्र शुरू होने के बाद उन्हें सदन में सत्ता पक्ष की तरफ पीछे की बेंच पर बैठे हुए देखा गया।
इससे एक बात तो साफ हो गई कि नवाब मलिक ने अजित पवार को पूरा समर्थन दे दिया है। इसके साथ ही नवाब मलिक ने अजित पवार के गुट के नेताओं से विधान भवन परिसर में मुलाकात की थी और कई विधायकों से मिलकर अपना रूख भी स्पष्ट किया है।
दूसरी तरफ शरद पवार के गुट वाली एनसीपी के वरि़ष्ठ नेताओं ने इस मामले में कुछ भी बोलने से साफ मना कर दिया है। हालांकि उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि ”नवाब मलिक वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने सभी पहलुओं को देखने के बाद निर्णय लिया होगा। ”
डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा, “नवाब मलिक आज विधान मंडल में आए और कामकाज में हिस्सा लिया। विधानसभा के सदस्य होने के नाते उन्हें यह अधिकार है। मैं यह साफ कर दूं कि हमारी उसने कोई व्यक्तिगत दुश्मनी या शिकायत नहीं है। लेकिन जिस तरह से उनपर आरोप लगे हैं।
उसे देखते हुए उन्हें गठबंधन में लेना उचित नहीं होगा। सत्ता आती है और जाती है लेकिन सत्ता से ज्यादा महत्वपूर्ण देश है। अगर उनपर लगे आरोप साबित नहीं हुए तो हमें उनका स्वागत करना चाहिए। लेकिन हमारी स्पष्ट राय है कि ऐसे आरोप लगने पर उन्हें महागठबंधन का हिस्सा बनाना ठीक नहीं होगा। मुझे आशा है कि आप हमारी भावनाओं पर ध्यान देंगें। “
उधर अजित पवार गुट के प्रवक्ता सूरज चव्हाण ने कहा कि वे लोग नवाब मलिक का समर्थन करते हैं। कहा गया है कि ये उनकी पार्टी की इच्छा है. प्रवक्ता आगे बोले कि किसी को कोर्ट की तरफ से गलत बताए जाने से पहले देशद्रोही या दोषी बताना ठीक नहीं। अजित गुट ने साफ कहा है कि वे नवाब मलिक के साथ हैं।