जुबिली स्पेशल डेस्क
इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग के बीच यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में एक मालवाहक जहाज का अपहरण कर लिया।
इस वजह से वैश्विक शिपिंग मार्ग खतरे में पड़ गया। उधर इस पूरी घटना का जिम्मेदारी कौन है इसको लेकर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस से एक बयान जारी हुआ है। इस बयान के अनुसार हमले के लिए तेहरान सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
इसी बयान में आगे कहा गया है कि इससे वैश्विक शिपिंग लेन खतरे में पड़ रही है। इजरायल की सरकार ने रविवार को एक बयान जारी करते हुए बगैर किसी का नाम लेते हुए इस पूरी घटना पर प्रतिक्रिया दी है लेकिन उसने इशारों में ईरान को घेरा है।
उसने कहा कि यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में एक मालवाहक जहाज का अपहरण कर लिया. इजराइली सरकार ने कहा कि जहाज के चालक दल के सदस्यों में यूक्रेन, बुल्गारिया, फिलीपींस और मैक्सिको के लोग शामिल हैं।
इसी बयान में आगे बताया गया है कि ये जहाज ब्रिटिश कंपनी के स्वामित्व वाला है और इसका संचालन जापानी फर्म करती है। इसमें कहा गया है कि जहाज के 25 चालक दल के सदस्यों में से कोई भी इजराइली नहीं था।
इजरायली और हमास के बीच जोरदार जंग जारी है। दोनों के बीच अब आर-पार की लड़ाई हो रही है। इस दौरान लगाातर दोनों तरफ से बम बरसाये जा रहे हैं।हालात काफी नाजुक बने हुए क्योंकि इजरायल अब पूरी तरह से हमास का सफाया करना चाहते हैं। इसके लिए वो जमीनी स्तर पर ऑपरेशन चला रहा है।एक अंग्रेज अखबार के मुताबकि इजरायली पीएम नेतन्याहू ने हमास को पराजित करने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराई। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो दुनिया के खिलाफ मजबूती से खड़े रहेंगे।