जुबिली स्पेशल डेस्क
इजरायल और हमास के बीच जंग रूकने का नाम नहीं ले रही है और इस जंग में आम लोगों की खूब जान जा रही है। सरकारी आंकड़े के मुताबिक गाजा में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन इसके बावजूद दोनों अपने कदम पीछे करने को तैयार नहीं है।
गाजा में हो रही मौत से इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू इस्लामी देशों के निशाने पर है और उनकी लगातार आलोचना हो रही है।
एक अंग्रेज अखबार के मुताबकि इजरायली पीएम नेतन्याहू ने हमास को पराजित करने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराई। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो दुनिया के खिलाफ मजबूती से खड़े रहेंगे।
इस बीच इजरायल-हमास जंग के बीच गाजा के अस्पतालों वाले इलाके में इस वक्त जोरदार जंग देखने को मिल रही है लेकिन इस दौरान दर्जनों बच्चे समेत आम लोगों की जिंदगी खतरे में जरूर पड़ गई है।
ईंधन सप्लाई रुकने की वजह से गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा की आईसीयू में भर्ती तीन बच्चों ने दम तोड़ दिया है। डॉक्टरों की माने तो ईंधन सप्लाई आगे भी नहीं मिला तो 30 प्रीमेच्योर बच्चों की जानें जा सकती हैं।
इजरायल की सेना के प्रवक्ता ने बीबीसी से कहा कि अल शिफा अस्पताल में समय से पहले जन्मे बच्चों की जान बचाने के लिए ईंधन की तत्काल आवश्यकता थी, उसे हमास ने लेने से मना कर दिया। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, रात के करीब 9 बजे इजरायल की सुरक्षा एजेंसी ने दावा किया कि हमास ने अस्पताल से रॉकेट दागे।
न्यूज़ एजेंसी एपी के मुताबिक, पिछले दिनों इजरायली सेना ने अल शिफा अस्पताल को घेर लिया. इसके बाद हजारों लोग भाग गए, लेकिन सैकड़ों मरीज फंस गए। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक (WHO) डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने कहा, “शिफा अब अस्पताल के रूप में काम नहीं कर रहा है।”
दरअसल, पिछले दिनों इजरायल ने दावा किया था कि हमास अस्पताल को शिल्ट के तौर पर इस्तेमाल किया है और इसमें छुपने के लिए टनल बनाए हुए हैं।वहीं हमास और अस्पताल दोनों ही इन आरोपों को सिरे से खारिज करते रहे।
इजरायल और हमास के बीच जोरदार जंग हो रही है। दोनों के बीच आर-पार की लड़ाई देखने को मिल रही है। पिछले एक महीने से दोनों के बीच लड़ाई जारी है। इस दौरान लगाातर दोनों तरफ से बम बरसाये जा रहे हैं।
हालात काफी नाजुक बने हुए क्योंकि इजरायल अब पूरी तरह से हमास का सफाया करना चाहते हैं। इसके लिए वो जमीनी स्तर पर ऑपरेशन चला रहा है।