जुबिली स्पेशल डेस्क
पांच राज्यों में विधान सभा चुनाव में बेहद कम दिन रह गया है। इसके बाद लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो जायेगी। ऐसे में राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई और इस वजह से राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। राष्ट्रीय लोक दल ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है और जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करना शुरू कर दिया है।
स्थानीय मीडिया की माने तो 12 सीटों पर अपनी पर अपनी खास तैयारी शुरू कर दी है। इसको लेकर पांच दिसम्बर को एक बड़ी बैठक होने वाली है और इस बैठक में उन 12 सीटों पर चर्चा होगी जिसको लेकर राष्ट्रीय लोक दल अपना पूरा फोकस कर रहा है।
इंडिया गठबंधन मजबूती से चुनाव लडऩे की बात कर रहा है लेकिन फिलहाल यूपी में सपा और कांग्रेस के बीच तालमेल नहीं बैठ पाया है। हाल में अखिलेश यादव और कांग्रेस के बीच टकराव की स्थिति देखने को मिली थी लेकिन जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल आरएलडी ने अब 12 सीटों पर चुनाव लडऩे का फैसला किया है और वो इसको लेकर काफी गम्भीर है।
जानकारी के मुताबिक पांच दिसंबर को अहम बैठक बुलाई गई ताकि रणनीति बनायी जा सके। राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने इस बारे में मीडिया को जानकारी दी है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद 5 दिसंबर को लखनऊ में पार्टी के बड़े नेताओं की बैठक बुलाई है। आरएलडी की इस बैठक में पार्टी के सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, क्षेत्रीय, मंडल और प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष हिस्सा लेंगे।
इस दौरान पार्टी इंडिया गठंबधन के साथ अपने सीटों के बंटवारे को लेकर लंबी बातचीत कर सकता है। प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय की माने तो यूपी में करीब12 सीटों पर लोकसभा चुनाव लडऩे की योजना बना रही है।
उनके अनुसार उन क्षेत्रों में उनकी पार्टी की मजबूत पकड़ है और उसकी पूर्वी उत्तर प्रदेश की देवरिया और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सीटों पर काफी अच्छी पकड़ है। अब देखना होगा कि अखिलेश यादव इसके लिए राजी होते या नहीं। यूपी में सपा सबसे बड़ी पार्टी है और वो अन्य दलों को कितनी सीटों का ऑफर करती ये देखने वाली बात होगी।