“इसमें खासकर सरकारी नौकरियों में जो आरक्षण की सुविधा मिली है, उसे भी हीन और जातिवादी मानसिकता रखने वाले सभी विपक्षी दलों की सरकारें प्रभावहीन बनाने और धीरे धीरे ख़त्म करने की पूरी कोशिश में लगी हुई हैं.”
मायावती ने कहा, “यही मुख्य वजह है कि देश में आजादी के बाद और शुरू में केंद्र और ज़्यादातर राज्यों में भी काफी लंबे समय तक सत्तारूढ़ रही कांग्रेस और पिछले कुछ सालों से केंद्र और काफ़ी राज्यों में बीजेपी एवं अन्य विरोधी पार्टियों की भी सरकारों ने आरक्षण का यह कोटा पूरा नहीं किया है.”
“पदोन्नति में आरक्षण को तो इन्होंने माननीय कोर्ट की आड़ में काफ़ी हद तक खत्म कर दिया है इस मामले में यह खराब स्थिति यहां मध्य प्रदेश में भी देखने को मिली है.”
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“इन वर्गों के लोगों को प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण दिए जाने की व्यवस्था किए बिना ही केंद्र और राज्यों में भी ज्यादातर सरकारी कार्य प्राइवेट सेक्टर के जरिए देश के बड़े बड़े पूंजीपतियों को दिए जा रहे हैं. इसके कारण पूरे देश में इन वर्गों के लोगों को आरक्षण का बहुत कम लाभ मिल पा रहा है.”