जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊ: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा भी चुनाव में उतरने का फैसला ले लिया है। भाजपा और कांग्रेस से नाराज होकर कुछ पूर्व विधायक समेत कई नेता बीते एक माह में पार्टी की सदस्यता लेकर चुनाव मैदान में कूद गए हैं। दूसरे दलों से आए नेताओं को पार्टी ने हाथों हाथ लिया है। उन्हें टिकट देने के लिए पार्टी ने अपने पूर्व घोषित कई प्रत्याशियों को बदल भी दिया।
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बसपा सुप्रीमों मायावती पांच जिलों में 9 जनसभाएं करेंगी। बसपा सुप्रीमो निवाड़ी, छतरपुर, सतना, दतिया व भिंड में जनसभाएं करेंगी। इस बात की जानकारी बसपा प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने दी है।
विधानसभा में बसपा अधिकतम 11 सीटें जीत चुकी है। आठ प्रतिशत तक मत पार्टी को मिल चुके हैं, जो लगातार कम होते हुए वर्ष 2018 के चुनाव में पांच प्रतिशत तक आ गया है। बुंदेलखंड और बघेलखंड पर पार्टी के ज्यादा ध्यान देने की वजह यह भी है कि पिछले चुनाव में बुंदेलखंड में 10 से अधिक सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों को 20 प्रतिशत से अधिक मत मिले थे।
मध्य प्रदेश में मायावती की आठ जनसभा
बघेलखंड में भी अच्छी स्थिति रही। पार्टी वोट बैंक बढ़ाने में सफल रहती है तो भाजपा और कांग्रेस दोनों को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। उधर, प्रत्याशियों की घोषणा के बाद अब बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की प्रदेश में आठ जनसभाओं का कार्यक्रम तय हो गया है। वह छह नवंबर को बुंदेलखंड के निवाड़ी और दतिया जिले के सेवढ़ा में चुनावी सभा करेंगी।
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19 सीटों पर मिले थे 20 प्रतिशत मत
वर्ष 2018 के चुनाव में 230 सीटों में 19 सीटों पर बसपा के प्रत्याशियों को 20 प्रतिशत से अधिक मत मिले। इनमें पथरिया व भिंड दो में बसपा जीती। बाकी 17 में से सात में भाजपा व 10 में कांग्रेस की जीत हुई थी।