जुबिली स्पेशल डेस्क
हरियाणा के नूंह में हिंदू संगठन 28 अगस्त को बृजमंडल शोभायात्रा निकालने की तैयारी में है। ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और इस शोभायात्रा निकलने पर रोक लगा रखी है।
प्रशासन ने शोभायात्रा निकालने की मंजूरी नहीं दिये जाने के बावजूद हिंदू संगठन इस यात्रा को निकलाना चाहते हैं। उधर इस पर सियासत भी खूब देखने को मिल रही है जबकि प्रशासन पिछली गलतियों से सबक लेता हुआ नजर आ रहा है।
हरियाणा के नूंह की 31 जुलाई की खौफनाक तस्वीर अभी लोगों के जहन में ताजा है। इतना ही नहीं हिंसा का दर्द वहां के स्थानीय लोग महसूस कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद विश्व हिंदू परिषद कल ये यात्रा निकलने के लिए पूरा मन बना चुका है।
ऐसे में प्रशासन के लिए चुनौती है वो कैसे इस मामले को हल करे। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि जब मेवात का सारा हिंदू समाज आगे आ गया है तो हम मेवात से बाहर के हिंदू समाज को वहां निमंत्रित नहीं कर रहे है।
हमने आह्वान किया है कि अपने-अपने स्थान पर प्रखंड लेवल पर एक मंदिर तय करके सामूहिक जलाभिषेक सुबह 11 बजे करें। गौरतलब हो कि हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण मास पूरे दो महीने तक है। 28 अगस्त को सावन का आखिरी सोमवार है और विश्व हिंदू परिषद ने अधूरी ब्रजमंडल यात्रा को पूरा करने का फैसला लिया है। इसी को लेकर एक बार फिर स्थिति तनावपूर्ण होती हुई नजर आ रही है। प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है।
प्रशासन से इजाजत ना मिलने के बाद भी हिंदू संगठन इस यात्रा को निकलने की बात कह रहा है। बताया जा रहा है कि हरियाणा सरकार और नूंह प्रशासन कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहता है। इस वजह से वो कड़े कदम उठा रहा है। इतना ही नहीं 28 अगस्त तक पूरे नूंह में धारा 144 लागू कर दिया गया है और इंटरनेट सेवाओं को बंद करने का फैसला किया गया है। 28 अगस्त रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवा स्थगित कर दी गई है।