जुबिली न्यूज डेस्क
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान लोकसभा में भारत जोड़ो यात्रा की यादें साझा की. राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा मैंने पहले जब संसद में अडानी जी का नाम लिया था तो आपकी पार्टी के सीनियर नेताओं को कष्ट हुआ था. आज कोई घबराने की ज़रूरत नहीं है. मैं अदाणी जी पर आज नहीं बोलने जा रहा हूं. रूमी ने कहा था जो शब्द दिल से आते हैं वो दिल तक जाते हैं. मैं दिमाग से नहीं, दिल से बोलूंगा. दिल से बोली गई बात दिल तक जाती है.
राहुल गांधी बोले- हमें अहंकार और नफरत को मिटाना पड़ेगा. कुछ ही दिन पहले मैं मणिपुर गया, हमारे पीएम आज तक नहीं गए. क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है.
राहुल गांधी ने और क्या कहा
आज मैं एक दो गोले तो ज़रूर मारूंगा, पर ज्यादा नहीं बोलूंगा.पिछले साल 130 दिन के लिए मैं भारत के एक कोने से दूसरे कोने तक गया. अकेला नहीं, बहुत सारे लोगों के साथ गया.समंदर के तट से कश्मीर की बर्फीली पहाड़ी तक चला. यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है. हम लद्दाख भी ज़रूर आएंगे.बहुत सारे लोगों ने मुझसे पूछा कि यात्रा के दौरान कि राहुल तुम क्यों चल रहे हो, तुम्हारा लक्ष्य क्या है. कन्याकुमारी से कश्मीर तक क्यों जा रहे हो.
जब वो मुझसे पूछते थे तो शुरुआत में मेरे मुंह से जवाब नहीं निकलता था. शायद ये मुझे ही नहीं मालूम था कि मैंने यात्रा क्यों शुरू की. मैं तब सोच रहा था कि मैं हिंदुस्तान को समझना चाहता हूं, लोगों को मिलना चाहता हूं. गहराई से समझना चाहता हूं. जिस चीज के लिए मैं मोदी जी की जेलों में जाने के लिए तैयार हूं, मरने के लिए तैयार हूं, जिसके लिए मैंने 10 साल हर रोज़ गाली खाई, मैं उसे समझना चाहता हूं. जिसने मेरे दिल को इतनी मज़बूती से पकड़ रखा था, उसे मैं समझना चाहता था.
मैं हर रोज़ 10 किलोमीटर दौड़ता हूं. तो मैंने सोचा कि 25 किलोमीटर चलने में क्या बड़ी बात है. आज मैं देखता हूं तो उस समय अहंकार था मेरे दिल में. मगर भारत अहंकार को एकदम मिटा देता है. एक सेकेंड में मिटा देता है.दो तीन दिन में घुटने में दर्द होने लगा. जो भेड़िया निकला था, वो चीटी बन गया. सारा अहंकार चला गया. पर हर रोज़ कोई न कोई शक्ति मुझे मिल जाती थी.यात्रा के दौरान जो किसान की आंखों में दर्द था, वो दर्द मेरी आंखों में था.
राहुल गांधी ने मणिपुर के मुद्दे पर सरकार को घेरा
राहुल गांधी ने कहा- कुछ ही दिन पहले मैं मणिपुर गया, हमारे पीएम आज तक नहीं गए. क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है.कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी के भाषण के दौरान ट्वीट किया और लिखा, ” देशवासियों की आवाज संसद में”राहुल गांधी ने बताया कि मणिपुर में मैं एक महिला से मिला था, रिलीफ कैंप में एक महिला से मिला था वो अपने बच्चे की लाश के साथ रात भर सोई थी.इस पर सत्ता पक्ष के सांसदों ने कहा- आप झूठ बोल रहे हैं.राहुल ने इस पर जवाब दिया- मैं झूठ नहीं बोलता, झूठ आप लोग बोलते हैं. राहुल गांधी ने कहा, ”इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है. मणिपुर में इन्होंने हिंदुस्तान का कत्ल किया है.”
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राहुल गांधी- भारत माता की हत्या मणिपुर में की
जैसा कि मैंने भाषण की शुरुआत में कहा था कि भारत एक आवाज़ है, उस आवाज़ की हत्या आपने मणिपुर में की. इसका मतलब आपने भारत माता की हत्या मणिपुर में की. मणिपुर के लोगों को मारकर आपने हिंदुस्तान की हत्या की है. आप देशभक्त नहीं हैं, आप देशद्रोही हैं.
आप भारत माता के रखवाले नहीं, आप भारत माता के हत्यारे हो एक मेरी मां यहां बैठी है, दूसरी मां को आपने मणिपुर में मारा है. जब तक आप हिंसा को बंद नहीं करोगे, तब तक आप मेरी मां की हत्या कर रहे हो. हिंदुस्तान की सेना एक दिन में मणिपुर में शांति ला सकती है, पर आप ऐसा नहीं कर रहे हैं. अगर पीएम मोदी हिंदुस्तान की आवाज़ नहीं सुनते हैं तो किसकी आवाज़ सुनते हैं. दो लोगों की आवाज़ सुनते हैं.
रावण दो लोगों की सुनता था. मेघनाथ और कुंभकरण. वैसे ही नरेंद्र मोदी दो लोगों की सुनते हैं. अमित शाह और अदानी. लंका को हनुमान ने नहीं, रावण के अहंकार ने जलाया था. रावण को राम ने नहीं, रावण के अहंकर ने मारा था. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान लोकसभा में भारत जोड़ो यात्रा की यादें साझा की.