जुबिली न्यूज डेस्क
भारत में 2020 के बाद से लगातार साम्प्रदायिक हिंसा देखने को मिल रहा है . 2020 में हुए दिल्ली देंगे के बाद से देश के कई राज्यों में लगातार दंगे होते रहे हैं. दिल्ली से लेकर कर्नाटक तक, गुजरात से लेकर त्रिपुरा तक दंगे होते रहे है. आईए आज हम आपको कहा-कहा अबतक हुई हिंसा के बारें में बता रहे हैं….
बेंगलुरु 2020 हिंसा
अगस्त 2020 में एक फेसबुक पोस्ट को लेकर दो समुदायों के बीच साम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी. हिंसा में पुलिस स्टेशन भी जला दिए गए थे। वहीं पुलिस के फायरिंग में तीन लोग मारे गए थे. 200 से भी ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था. भीड़ द्वारा 60 से अधिक अधिकारियों को घायल कर दिया गया.
त्रिपुरा 2021 हिंसा
अक्टूबर 2021 बांग्लादेश में दूर्गा पूजा के दौरान हुई हिंसा के विरोध में विश्व हिन्दू परिषद ने त्रिपुरा में कई जगह रैलिया निकाली, जिसके दौरान कई मुस्लिमों के घर और दुकाने जला दी गई और साथ ही 4 मस्जिदों पर हमला किया गया.
कर्नाटक 2021 हिंसा
कर्नाटक के कई इलाकों में 2021 में चर्चों, पादरियों और आम ईसाईयों पर हमले किए गए. एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरें साल कर्नाटक में इस तरह के हमले के 30 मामले सामने आए हैं. कई राज्यों को मिलाकर बात करें तो इस तरह के कुल 300 मामले सामने आए हैं. इस हमले में सबसे ज्यादा दलित और आदिवासी समुदायों से संबंधित ईसाई सबसे प्रभावित हुए.
कर्नाटक 2022 हिंसा
फरवरी 2022 कर्नाटक में कालेजों में मुस्लिम छात्रों के हिजाब पहनने की आजादी को लेकर विवाद खड़ा हो गया था. जिसे लेकर कई महीनों तक विवाद चला था. राज्य में कई महीने तक तनाव बना रहा. कई महीने तक सम्प्रदायिक हिंसा भी हुई.
2022 में कई राज्यों में हुई हिंसा
अप्रैल 2022 में रामनवमी पर निकाली गई यात्राओं के बीच गुजरात, मध्यप्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान और कर्नाटक में हिंसक झड़प हुई. जिनमें कई लोग घायल हो गए. गुजरात में हिंसा के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई. दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविधालय में रामनवमी पर मांसाहारी भोजन खिलाए जाने को लेकर छात्र परिषद और एबीवीपी का बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें 16 छात्र घायल हो गए.
अयोध्या 2022 हिंसा
अयोध्या पुलिस के मुताबिक 11 लोगों ने मिलकर शहर में सांम्प्रदायिक तनाव बनाने के लिए कई मस्जिदों में आपत्तिजनक पोस्टर, सूअर का मांस और कुरान के फटे हुए पन्ने डाल दिए थे. पुलिस ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया था.
दिल्ली 2022 हिंसा
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में अप्रैल 2022 में ही हनुमान जयंती पर निकाली गई एक यात्रा के दौरान हुई झड़प ने सांम्प्रजायिक हिंसा का रूप ले लिया था. हिंसा में पुलिस समेत कई लोग घायल हो गए थे.
पैगम्बर पर टिप्पणी विवाद, 2022
मई 2022 में भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद पर आयोजित एक टीवी डिबेट में हिस्सा लेते हुए पैगम्बर मोहम्मद पर कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. टिप्पणी को लेकर कई हफ्तों तक देश के कई राज्यों में सांम्प्रदायिक हिंसा हुई. कई मुस्लिम देशों ने भी शर्मा की टिप्पणी की निंदा की.
राजस्थान 2022 हिंसा
मई, 2022 में राजस्थान के जोधपुर में ईद के ठीक पहले अलग-अलग झंडे लगाने को लेकर दो समुदाय के लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई. पथराव के बीच कुछ पुलिस कर्मी भी घायल हुए जिसके बाद इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई.
महाराष्ट्र 2023 हिंसा
फिल्म ‘द केरला स्टोरी को लेकर छिड़े विवाद की वजह से देश के कई हिस्सों में हिंसक झड़प देखने को मिला, महाराष्ट्र के अकोला में हिसा ने दंगे का रूप ले लिया जिस दौरान एक युवक की मौत भी हो गई.
मणिपुर 2023 हिंसा
मार्च 2023 में मणिपुर में हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने पर विचार करने के लिए कहा था. जिसके बाद से राज्य में तनाव पैदा हो गया. अप्रैल में मैतई औक कुकी समुदाय के बीच हिंसक झड़पें शुरू हो गए. जुलाई तक हिंसा में 100 से भी ज्यादा मारे गए और हजारों विस्थापित हो गए.
हरियाणा 2023
हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को एक धार्मिक यात्रा के दौरान सांम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी, जो धीरे-धीरे सोहना, पलवल, गुरुग्राम समेत कई इलाकों तक फैल गई. इस दौरान कम से कम छह लोग मारे भी गए. कई दुकानों और मस्जिद को जला दिया गया और कई मस्जिदों पर हमले किए गए.