जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल को लेकर गुरुवार को बहस हुई। हालांकि दिल्ली सेवा बिल पर केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच जोरदार बहस देखने को मिली है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली सरकार और इंडिया गंठबंधन पर जोरदार हमला बोला है।
अमित शाह ने केजरीवाल सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि दिल्ली में ट्रांसफर पोस्टिंग का कोई मामला नहीं है. दिल्ली में जो मामला है वो ये है कि इसके बहाने विजिलेंश विभाग को अपने अधीन लेना है।
ताकि उनके भ्रष्टाचार को उजागर नहीं किया जा सके। मैं तो साफ कह रहा हूं कि जो भी पार्टियां इस समय दिल्ली सरकार के साथ खड़ी हैं वो भ्रष्टाचारियों के साथ खड़े हैं।
लेकिन जनता सब देख रही है। मैं इन पार्टियों से कहना चाहता हूं कि आप दिल्ली के बारे में सोचें अपने गठबंधन के बारे में नहीं। क्योंकि चाहे आप कुछ भी कर लें कोई भी गठबंधन बना लें, कोई भी नाम बदल लें लेकिन अगले चुनाव में नरेंद्र मोदी ही एक बार फिर पीएम बनकर आने वाले है। जनता ने अपना मन पहले ही बना लिया है। बता दें कि हाल के दिनों में केजरीवाल ने दिल्ली सेवा बिल को लेकर पूरे विपक्ष से बात की थी।
दिल्ली के अधिकारियों की ट्रांसफर और पोस्टिंग से जुड़े अध्यादेश पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने कहा कि वो विधेयक के पक्ष में है।
उनके इस कदम पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) ने वाईएसआर कांग्रेस को निशाने पर लिया है। AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने मशहूर शायर राहत इंदौरी का शेर साझा करते हुए कहा, ”लगेगी आग तो आएंगे घर कई जद में, यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है।
”बता दे कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के फ्लोर लीडर पीवी मिधुन रेड्डी ने कहा कि मैं सरकार से सभी हितधारकों को ध्यान में रखने का अनुरोध करता हूं। रेड्डी ने आगे कहा कि मेरी विनती है कि ये सबसे अलग बिल है। ऐसे में उम्मीद करता हूं कि ये दूसरे राज्यों के लिए नहीं लाया जाएगा। इसी उम्मीद के साथ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी बिल का समर्थन करती है।