जुबिली न्यूज डेस्क
अयोध्या: राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक के दूसरे दिन मंदिर निर्माण प्रगति के साथ प्राण प्रतिष्ठा के लिए की जाने वाली तैयारियों पर भी मंथन किया गया। ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 15 जनवरी से 24 जनवरी, 2024 के बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र भेज दिया है। जल्दी इसकी तिथि भी तय हो जाएगी।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बैठक की जानकारी दी। राम मंदिर निर्माण समिति की तीन दिवसीय बैठक के दूसरे दिन मंदिर निर्माण प्रगति के साथ प्राण प्रतिष्ठा के लिए की जाने वाली तैयारियों पर भी मंथन किया गया। भगवान श्री राम लला का भव्य मंदिर बिना बाधा के बने, इसके लिए अनेक प्रकार के अनुष्ठान चल रहे हैं।
चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर अयोध्या की स्थिति क्या होगी, उस पर अनुभवी लोगों के साथ 3 घंटे से अधिक देर तक चर्चा हुई है। राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए भगवान की प्रतिमा बन रही है। मंदिर में दरवाजे लगाए जाने के लिए कार्य भी चल रहे हैं। इन सभी का रूप का भी विजिट किया गया।
मंदिर के प्रवेश द्वार पर दो सिंबल 2 गज एक हनुमान जी और एक गरुण जी की मूर्ति बनेगी। यहां कैसे और किस पत्थर से तैयार किया जाएगा, इस पर विस्तारपूर्वक चर्चा किया गया है। तय किया गया है जिस पत्थर से राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, उन्हीं पत्थरों से इन मूर्तियों को भी तैयार किया जाएगा।
राम मंदिर निर्माण में न आए कोई बाधा
भगवान श्री रामलला का भव्य मंदिर बिना बाधा के बने, इसके लिए अनेक प्रकार के अनुष्ठान चल रहे हैं। इस समय तीर्थ क्षेत्र भवन रामकोट में ऋग्वेद सामवेद कृष्ण यजुर्वेद शुक्ल यजुर्वेद के मंत्रों की आहुतियां चल रही हैं। बाल्मीकि रामायण और श्रीमद्भागवत का भी पाठ चल रहा है। इसके लिए काशी के वेद विद्वान और महाराष्ट्र के वैदिक आचार्य अलग-अलग अनुष्ठान कर रहे हैं।
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अन्य मंदिरों के निर्माण पर चर्चा
चंपत राय ने बताया कि लोवर प्लिंथ पर कुछ पैनल बनने हैं। जो बाल्मीकि रामायण पर आधारित होंगे। इस पर भी मंथन किया गया है। इसके साथ ही परकोटा निर्माण में भी 90 पैनल को लगाए जा रहे हैं। लेकिन इन पैनल में किन प्रसंगों को दर्शाया जाएगा ऐसे 300 पैनल का सिलेक्शन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि राम मंदिर परिसर में बनने वाले मंदिरों की मूर्तियों को तराशने का काम राजस्थान में होगा।