जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। पूरे देश में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। कई राज्यों में बारिश इतनी ज्यादा हो रही है कि वहां पर अब बाढ़ का खतरा भी मंडरा रहा है। पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों में भी बारिश अब और ज्यादा खतरनाक हो गई है। देश के कई बड़े शहर जलमग्न हो गए हैं।
इतना ही नहीं सडक़ें और पुल तेज पानी के बहाव में तहस-नहस हो गई और बह गई है। कई शहरों में दूर-दूर तक चारों तरफ सिर्फ पानी का सैलाब नजर आ रहा है।देश के 17 राज्यों के 174 जिले में बाढ़ और बारिश की वजह से 546 लोगों की जिंदगी ख़त्म होने की खबर सामने आई है।
ताज़ा आंकड़ों के अनुसार 477 लोग घायल हुए हैं. 8764 घर बर्बाद, 8418 पशुओं की मौत और 50 हजार हेक्टेयर फसल बर्बाद होने की सूचना है। उधर बुधवार को यमुना का जलस्तर 207.14 मीटर को पार कर चुका है। प्रशासन के निर्देश के बाद ये लोग अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर है।
वही पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार में फ्लाईओवर के नीचे रहने और यमुना के जलस्तर में गिरावट का इंतजार करने को मजबूर है। उनके हाल को जानने के एक न्यूज़ चैनल ने बात की तो फ्लाईओवर के नीचे रहने वाली एक महिला ने अपना दर्द बयां किया।
महिला ने बताया कि हमारे पास ना तो खाने का कुछ है और ना ही पीने का। पानी सिर्फ सुबह आता है और हमारे बच्चे भूखे हैं। एक अन्य शख्स के अनुसार हम अपने घर को छोड़कर तो यहां आ गए हैं लेकिन हमारे पास ना तो खाने का कुछ है और ना ही पीने का। हम बस यहां बैठकर दिन बिताने को मजबूर हैं।
दिल्ली में बीते तीन दिनों से जारी लगातार बारिश के बीच यमुना उफान पर है।मौसम विभाग के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में बारिश ने पिछले 41 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दूसरी ओर हरियाणा ने भी दिल्ली की मुसीबत बढ़ा दी है क्योंकि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस वजह से दिल्ली सरकार ने बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी है।