जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर पश्चिम भारत में बारिश का कहर टूटा है। इतना ही नहीं उत्तर पश्चिम भारत में लगातार हो रही बारिश की वजह से कई जगहों पर तबाही का मंजर देखने को मिला है।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीरकई जगहों पर बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई। इस वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
दिल्ली में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 153 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है। इस लिहाज से देखा जाए तो जुलाई महीने में पिछले 40 साल में एक दिन में हुई ये सबसे ज्यादा बारिश है।
ये भी पढ़ें-इंडियन के इस कंपनी ने दी कर्मचारियों को छुट्टी, कहा 11 दिन करे खुब मस्ती…
ये भी पढ़ें-Railway: अब ट्रेन में आसानी से मिल सकेगी सीट, रेलवे लाया नया डिवाइस
वहीं राजस्थान में 24 घंटे के दौरान बारिश की वजह से चार लोगों की मौत की नींद सो गए है। मौसम विभाग की माने तो राजसमंद, जालौर, पाली, अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौडग़ढ़, दौसा, धौलपुर, जयपुर और कोटा सहित राजस्थान के नौ से अधिक शहरों में भारी बारिश की संभावना जतायी है।
अमरनाथ यात्रा शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी रोकना पड़ा है। वही बारिश की वजह से हजारों तीर्थयात्री जम्मू और गुफा मंदिर के रास्ते में विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं।
आईएमडी ने केरल के चार जिलों – कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में “येलो” अलर्ट जारी किया है. शिमला, सिरमौर, लाहौल और स्पीति, चंबा और सोलन में भूस्खलन और बाढ़ के कारण कई सड़कें अवरुद्ध होने के बाद मौसम कार्यालय ने हिमाचल प्रदेश के सात जिलों के लिए “रेड” अलर्ट जारी किया है। देश के कई राज्यों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। ढबाढ़ के चलते आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।