जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में इस वक्त बड़ी हलचल देखने को मिल रही है। एनसीपी नेता अजित पवार ने शरद पवार का साथ छोड़ दिया है और एनसीपी नेता अजित पवार शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं।
उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ले ली है। इसके साथ ही उनके 9 विधायक भी शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं।उनके साथ पार्टी के 18 विधायक हैं।
इस बीच शरद पवार ने इस पूरी बगावत पर चुप्पी तोड़ी है। शरद पवार ने प्रेस वार्ता कर अपनी पार्टी की टूट पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि कि पहले भी ऐसी बगावत हो चुकी है। लेकिन मैं फिर से पार्टी खड़ी करके दिखाऊंगा। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया था कि महाराष्ट्र के मुख्य सहकारी बैंक में भारी भ्रष्टाचार है।
आज एनसीपी नेता जो बीजेपी सरकार में शामिल हुए हैं, बताते हैं कि भ्रष्टाचार साफ हो गया है और मैं इसके लिए पीएम को धन्यवाद देता हूं।
अगले कुछ दिनों में लोगों को पता चल जाएगा कि इन एनसीपी नेताओं ने हाथ क्यों मिलाया है। जो लोग शामिल हुए हैं उन्होंने मुझसे संपर्क किया है और कहा है कि उन्हें बीजेपी ने आमंत्रित किया है लेकिन उन्होंने कहा कि उनका रुख अलग है।
दूसरी तरफ अजित पवार ने प्रेस कांफ्रेस में कहा है कि उन्हें राष्ट्रवादी कांग्रेस के सभी लोगों का आशीर्वाद मिला हुआ है। राष्ट्रवादी कांग्रेस में सब आते हैं। सभी विधायक उनके साथ हैं। सभी का मतलब सभी साथ हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम बहुत अच्छी तरह से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ाएंगे। हम अलग-अलग क्षेत्रों में भी पार्टी वर्कर्स से मिलेंगे।
अजित पवार ने कहा,’देश जब से आजाद हुआ, तब से देखा गया कि देश नेतृत्व के साथ आगे बढ़ता है। पहले नेहरूजी थे, पटेल थे। उसके बाद लाल बहादुर शास्त्री का नेतृत्व आया, उसके बाद फिर इंदिराजी का नेतृत्व आया।
इमरजेंसी के बाद इंदिराजी के नेतृत्व में ही सरकार बनी. उसके बाद राजीवजी की सरकार बनी. 1984 के बाद देश में कोई भी एक ऐसा नेता जिसके नेतृत्व में देश आगे गया, ऐसा नहीं हुआ।
अलग-अलग गुट में सरकार बनी. आपने पिछले 9 साल में देखा होगा कि मोदी जी के नेतृत्व में सरकार विकास के लिए कार्य कर रही है।
विदेश में भी उनको खूब सम्मान मिला। सब ठीक तरह से चालू है। सामने वाले विरोधी केवल अपने-अपने राज्य का देखते हैं। विपक्ष का कोई नेता जो नेतृत्व कर सके, मुझे नहीं दिखता है।’