जुबिली न्यूज डेस्क
पटना: मोदी Vs ऑल की लड़ाई के लिए पटना में महाजुटान हुआ है। 2024 में मोदी को कैसे हराया जाए, इसकी रणनीति पटना के सीएम हाउस में बन रही है। बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम में नीतीश को सफलता मिलती दिख रही है। विपक्षी एकता के संयोजक नीतीश कुमार को बनाया गया है। नीतीश कुमार की पहल आखिरकार रंग लाई और उनके बुलावे पर विपक्षी दलों के सभी शीर्ष नेता पटना पहुंचे।
बता दे कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक की पार्टियों का जमावड़ा पटना में लगा हुआ है। सीएम नीतीश के आवास पर विपक्षी दलों की बैठक जारी है। इस मीटिंग में कांग्रेस नेता राहुल गांधी खास तौर पर मौजूद हैं। हालांकि तेलंगाना के सीएम केसीआर और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस बैठक से दूरी बना ली।
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- जेडीयू से नीतीश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, विजय कुमार चौधरी
- आरजेडी से तेजस्वी यादव
- कांग्रेस से राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे
- शिवसेना (बाल ठाकरे) से उद्धव ठाकरे, संजय राउत और आदित्य ठाकरे
- एनसीपी से शरद पवार
- समाजवादी पार्टी से अखिलेश यादव
- आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, संजय सिंह और राघव चड्डा
- टीएमसी से ममता बनर्जी
- माकपा से सीताराम येचुरी
- नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारुख अब्दुल्ला
- जम्मू कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से महबूबा मुफ्ती
- भाकपा से डी राजा
- भाकपा माले से दीपंकर भट्टाचार्य
- JMM से हेमंत सोरेन
- DMK से एमके स्टालिन
नीतीश की मेहनत रंग लाई
जब से नीतीश कुमार एनडीए से अलग हुए, तब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देशभर की विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की कोशिश में जुटे थे। विभिन्न राज्यों का दौरा कर विपक्ष के नेताओं से मुलाकात किए। पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के सुझाव पर पटना में विपक्षी दलों की बैठक आयोजित की गई।
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