जुबिली न्यूज डेस्क
ओडिशा में शुक्रवार की शाम भयावह ट्रेन हादसे की घटना हो गई. बालासोर में स्टेशन के नजदीक ही कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन और एक मालगाड़ी के बीच में टक्कर हो गई. इन दोनों ट्रेनों की भिड़ंत इतनी जोरदार थी कि कोरोमंडल ट्रेन रेलवे ट्रैक से उतर गई. ट्रेन के कई बोगियां दूसरी पटरी पर जा गिरीं. लोग अभी कुछ समझ पाते कि तब तक यशवंतपुर से हावड़ा जा रही एक ट्रेन इन डिब्बों से टकरा गई.
प्रधानमंत्री पीड़ितों से भी मुलाकात करेंगे
इसके बाद उस रेलगाड़ी की 3-4 बोगियां भी पटरी से उतर गईं. तीन ट्रेनों की भिड़ंत के बाद डिब्बे पटरियों पर ताश के पत्तों के जैसे बिखर गए. बालासोर ट्रेन एक्सीडेंट में 288 लोगों के मारे जाने की खबर अब तक आई है. इसके अलावा 1000 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. पीएम मोदी ओडिशा के बालासोर में दुर्घटनास्थल पर जाएंगे. पीएम नरेंद्र मोदी मौके पर जाकर हालात का जानेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री पीड़ितों से भी मुलाकात करेंगे.
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जान लें कि पीएम मोदी ने ओडिशा रेल हादसे पर हाईलेवल मीटिंग की. बैठक में दुर्घटना की समीक्षा की. बालासोर रेल हादसा इतना भयावह था कि पल भर में ही चीख-पुकार शुरू हो गई. डिब्बों के भीतर बैठे यात्री कुछ समझ ही नहीं पा रहे थे. कई यात्रियों ने मौके पर दम तोड़ दिया. वहीं, कई यात्री लहूलुहान हो गए. फिर टाइम बीतने के साथ शवों का अंबार लग गया. लोगों के सबसे बड़ी चुनौती जान बचाने की थी. मौके पर जल्द ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ. स्थानीय लोगों ने भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. ट्रेन के डिब्बों अंदर फंसे लोगों को गैस कटर से डिब्बा काटकर निकाला गया.
कौन है हादसे का जिम्मेदार?
हालांकि, ये रेल हादसा कैसे हुआ, इसका कौन जिम्मेदार है इसका पता तो जांच के बाद ही चल पाएगा. पर इन बोगियों की हालत देखकर ये अंदाजा लग रहा है कि उस समय का मंजर कितना भयानक रहा होगा. कुछ ही सेंकड में ये स्पष्ट हो गया कि ट्रेनों की भिड़ंत में कई लोगों का सफर अधूरा रह गया तो कई ने सब कुछ खो दिया. बालासोर में मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है. फंसे लोगों को खोजा जा रहा है.