जुबिली न्यूज डेस्क
जल्द ही बिजली की महंगाई देखने को मिल सकती है। पांच वर्षों में पहली बार कोयले की कीमतों में यह इजाफा हुआ है। पिछली बार साल 2018 में नॉन-कुकिंग कोयले की कीमतों में इजाफा हुआ था। क्योंकि कोयले के दाम बढ़ गए हैं। कोल इंडिया लिमिटेड ने नॉन-कुकिंग कोयले की कीमत को 8 फीसदी बढ़ा दिया है। एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि कीमतों में यह बढ़ोतरी 31 मई से लागू हो जाएगी।
रेवेन्यू बढ़ाने में मिलेगी मदद
कीमतों में बढ़ोतरी से मौजूदा वित्त वर्ष में कंपनी को रेवेन्यू बढ़ाने में मदद मिलेगी। कंपनी ने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी कोल इंडिया की सभी सब्सिडियरीज के लिए लागू होगी। कोल इंडिया देश का सबसे बडा कोल माइनर है। सीआईएल को वित्त वर्ष 2024 के बचे समय में 2703 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने की उम्मीद है।
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जी2 से जी10 ग्रेड कोयले के दाम बढ़ाए
कोल इंडिया लिमिटेड के बोर्ड की 30 मई को बैठक हुई थी। इस मीटिंग में नॉन-कुकिंग कोल की कीमतों में बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई। हाई ग्रेड कोयले की कीमतों में यह इजाफा किया गया है। बोर्ड ने जी2 से जी 10ग्रेड के हाई ग्रेड कोयले की मौजूदा कीमतों को 8 फीसदी बढ़ाने की मंजूरी दी। यह रेगुलेटेड और नॉन रेगुलेटेड सेक्टर्स के लिए एनईसी समेत सीआईएल की सभी सब्सिडियरीज के लिए लागू है।
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