जुबिली स्पेशल डेस्क
लाहौर। भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान इस वक्त सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। आर्थिक संकट ने पूरे पाकिस्तान की कमर तोड़ दी है जबकि मुल्क में राजनीतिक हालात भी बेहद खराब है।
कुर्सी की लड़ाई तो अब सडक़ों पर लड़ी जा रही है। इतना ही नहीं पाकिस्तान का सियासी ड्रामा अब पूरी दुनिया में चर्चा का केंद्र बन गया है। कल जिस तरीके से इमरान खान को गिरफ्तार किया गया है उसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान में इस वक्त क्या हालात है। इमरान खान को गिरफ्तार कर लिया गया।
इसके बाद उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों का हुजूम सडक़ों पर उतर आया और जमकर हंगामा काटा। इमरान खान से पहले कई और पाकिस्तान के दिग्गज नेताओं को गिरफ्तार किया गया है।
पाकिस्तान के कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना के करीबियों में शामिल रहे हुसैन शहीद मुल्क ने बतौर पीएम पाकिस्तान की कुर्सी संभाली और 1956 से अक्टूबर 1957 तक देश के पांचवें पीएम के तौर काम किया लेकिन बाद में जनरल अयूब खान की सरकार का समर्थन करने से इनकार कर दिया था तो उनको जुलाई 1960 में कानून के उल्लंघन का आरोप लगाकर जेल में डाल दिया गया था।
जुल्फिकार अली भुट्टो को कौन भूल सकता है जिनको 4 अप्रैल 1979 को फांसी की सजा दे दी गई। जुल्फिकार अली भुट्टो अगस्त 1973 से जुलाई 1977 तक पाकिस्तान के पीएम रहे लेकिन 1974 में एक राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी की हत्या की साजिश रचने के आरोप में सिंतबर 1977 में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद कोर्ट ने उनको रिहा कर दिया गया था लेकिन इसके मार्शल लॉ रेगुलेशन 12 के तहत उन्हें तीन दिन बाद दोबारा गिरफ्तार कर फांसी की सजा सुनाई गई।
यूसुफ रजा गिलानीपाकिस्तान की राजनीति में बेनजीर भुट्टो एक जाना माना चेहरा है। उन्होंने पाकिस्तान की पीएम की कुर्सी दो बार संभाली। बेनजीर पहली बार दिसंबर 1998 से अगस्त 1990 तक और दोबारा अक्टूबर 1993 से नवंबर 1996 तक पीएम रहीं। बेनजीर भुट्टोअपने भाई के जनाजे में हिस्सा लेने के लिए अगस्त 1985 में पाकिस्तान आई थीं लेकिन उन्हें 90 दिनों के लिए नजरबंद कर लिया गया था। 1986 में सरकार की आलोचना की थी तब उनको गिरफ्तार किया गया था। 1999 में भ्रष्टाचार के आरोप में पांच साल की सजा सुनाई गई थी। वहीं सात साल निर्वासन में रहीं लेकिन जब वो लौटी तब उन पर आत्मघाती हमला किया गया और हत्या कर दी गई।
यूसुफ रजा गिलानी साल 2008 में पीएम बने थे लेकिन भ्रष्टाचार के मामले में उनको अपनी कुर्सी छोडऩी पड़ी जबंकि अरेस्ट वॉरंट जारी किया गया था। मीडिया रिपोट्र्स की माने तो उन पर फर्जी कंपनियों के नाम पर पैसों के लेनदेन का आरोप लगा था. 2012 में उन्हें पद से हटाना पड़ा था।
नवाज शरीफ भी पाकिस्तानी सियासत के जानेमाने चेहरा माने जाते हैं। उनका कद भी काफी बड़ा माना जाता है। हालांकि 1999 में कारगिल युद्ध के बाद उनको अपनी कुर्सी से हटना पड़ा था। परवेज मुशर्रफ सरकार में उनको मुल्क छोडऩा पड़ा और दस सालों के लिए निर्वासन में जाने को मजबूर हुए। इसके बाद जब पाकिस्तान लौटे तो गिरफ्तार कर लिया गया। उनके निर्वासन की बाकी बची अवधि पूरी करने के लिए उन्हें सऊदी अरब भेज दिया गया।
शाहीद खाकान अब्बासी जनवरी 2017 से मई 2018 तक पाकिस्तान के पीएम रहे लेकिन 2019 में एनएबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था। उनपर 2013 के एलएनजी के इम्पोर्ट कॉन्ट्रैक्ट में भ्रष्टाचार करने का आरोप था
पूरे पाकिस्तान में इस वक्त इमरान खान को लेकर बवाल मचा हुआ है। इमरान खान की गिरफ्तारी नहीं हुई लेकिन उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। हालांकि उनकी गिरफ्तारी अब हो गई है।
पाकिस्तानी मीडिया की माने तो इमरान खान को कोर्ट रूम से गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन उनकी गिरफ्तारी जिस तरह से हुई वो सवालों के घेरे में है। दरअसल सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी का वीडियो और फोटो दोनों सामने आ चुका है।तस्वीरों में देखा जा सकता है कि पाक रेंजर्स पूर्व पीएम को धकेलते हुए गाड़ी में बैठाते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो पर गौर करें तो उसमें आप देख सकते हैं कि इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए शीशे तोडक़र उनको गिरफ्तार किया गया है।