जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रत्याशी को बीजेपी में शामिल करने पर यूपी सरकार में मंत्री नंद गोपाल नंदी अपनी ही पार्टी से नाराज हो गए है और उन्होंने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खेला दिया है।
नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक के रूप में मुझे विश्वास में लेना तो दूर बिना कोई औपचारिक सूचना दिए ऐसा किया जा रहा है।
स्थानीय विधायक नंदी ने कहा कि मेरे खिलाफ चुनाव लड़ चुके समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को पार्टी ज्वाइन कराने का प्रस्ताव घोर अपमाजनक और आपत्तिजनक है। साल 2022 का विधानसभा चुनाव लडक़र बुरी तरह से चुनाव हारे रईस चन्द्र शुक्ला को भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कराने के प्रस्तावित का उन्होंने विरोध किया है।
नंदी ने कहा, स्थानीय विधायक की अवहेलना, उपेक्षा करते हुए विपक्षी उम्मीदवार को पार्टी ज्वाइन कराना बेहद गंभीर प्रकरण और गहरी साजिश है! यह अवैध है। उन्होंने कहा, यह भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति और पार्टी की लोकतांत्रिक मूल्यों में गहरी आस्था के सिद्धान्त के प्रतिकूल है।
उन्होंने इसे अवैध बताया। मंत्री ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति और पार्टी की लोकतांत्रिक मूल्यों में गहरी आस्था के सिद्धान्त से सर्वथा प्रतिकूल है।
जो लोग पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलाना चाहते हैं और अपनी हठधर्मिता से पार्टी को लगातार क्षति पहुंचा रहे हैं, उनके इस मनमाने रवैये की घोर निन्दा करता हूं। यह रवैया पार्टी की मूल वैचारिकी और कार्यपद्धति से पूरी तरह विपरीत है।
बता दे कि प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बीजेपी कार्यालय में रईस चंद्र शुक्ला को पार्टी में शामिल कराया। 2022 के विधानसभा चुनाव में रईस चंद्र शुक्ला ने नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी के खिलाफ सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इसमें उनकी हार हुई थी। अब उनका विरोध किया जा रहा है। हालांकि बीजेपी ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।