जुबिली न्यूज डेस्क
माफिया डॉन अतीक अहमद की मौत के तीन दिन बाद उसकी एक वॉट्सऐप चैट सामने आई है, जिसमें उसने जेल में रहते हुए कई लोगों को धमकीभरे मैसेज भेजे थे। इनमें लखनऊ के एक बिल्डर के साथ भी उसकी चैट है, जिसमें उसने धमकीभरे लहजे में बिल्डर से कहा कि ‘सबका हिसाब होगा’। चैट में खुलासा हुआ है कि जेल में रहते हुए भी वह बिजनेसमैन और अन्य लोगों से वसूली करता था।
मिली जानकारी के मुताबिक, यह चैट इसी साल 7 जनवरी की है। अतीक अहमद उस समय गुजरात की साबरमती जेल में बंद था। उसने अपनी चैट में बिल्डर को धमकी में लिखा था, “मुस्लिम साहब इलाहाबाद में बहुत से लोगों ने हमसे फायदा उठाया, लेकिन सबसे ज्यादा तुम्हारे घर ने उठाया है। आज हमारे खिलाफ एफआईआर लिखा रहे हैं और पुलिस के शह में काम कर रहे हैं।
अतीक ने चैट में क्या लिखा
धमकी में आगे लिखा था, “आपको आखिरी बार समझा रहा हूं, बहुत जल्दी हालात बदल रहे हैं। मैंने सब्र कर लिया है। मेरा कोई लड़का ना डॉक्टर बनेगा, ना वकील बनेगा और सिर्फ हिसाब होना है और इंशा अल्लाह बहुत जल्दी हिसाब शुरू कर दूंगा। जहां तक आपका घर है कोई जान मारने लायक नहीं है, लेकिन मैं एक वादा करता हुं आपसे अच्छे, मुस्लिम और मुस्लिम का ससुर ये तीन लोग पीठ भर भर मार खायेंगे, मैंआपको आखिरी बार कह रहा हुं आप मेरे बेटे से ED कर रहे ED ने अभी आपका पैसा seize तो किया नहीं बेहतर यही है कि मेरे बेटे उमर का जो हिसाब है और जो असद ने जो पैसा दिया है वो हमें इलेक्शन में जरुरत है। हमारी आपसे कोई दुश्मनी तो नहीं लेकिन हमारा जो पैसा है तुरंत दे दे तो वो एक इस वक्त हमारे बहुत काम आएगा और सायद आपके तरफ से ध्यान हट जाए, कम लफ्जो में ज्यादा समझ लो मैं अभी मरने वाला नही हुं इंसा अल्लाह एक्सरसाइज करता हुं दौड़ता हुं बेहतर है हमसे अकेले में मिल लो….
ये चैट ऐसे समय में सामने आई है, जब एक दिन पहले ही अतीक के वकील ने उसका एक सीक्रेट लेटर पेश किया था। इसे लेकर दावा किया गया कि मरने से दो हफ्ते पहले अतीक ने यह चिट्ठी लिखी थी। अतीक ने सुप्रीम कोर्ट को यह चिट्ठी लिखी थी। उसने आग्रह किया था कि अगर उसे मार दिया जाता है, तो उसकी यह चिट्ठी सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा दी जाए।
ये भी पढ़ें-फरार शाइस्ता ने सीएम योगी को लिखा पत्र, लगाया ये गंभीर आरोप
15 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में एक हॉस्पिटल के बाहर तीन युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। कुछ दिन पहले ही अतीक और अशरफ को साबरमती और बरेली जेल से प्रयागराज लाया गया था। उमेश पाल हत्याकांड में अदालत में पेशी के लिए दोनों को लाया गया था।
ये भी पढ़ें-अतीक की हत्या के बाद CM योगी ने तोड़ी चुप्पी, कहा- अब कोई माफिया…
जिस दिन अतीक की पेशी थी उसी दिन उसके बेटे असद अहमद की झांसी में पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई थी। असद उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी था और काफी समय से फरार था। वहीं, इससे पहले उमेश पाल के अपहरण मामले में अतीक अहमद को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।