जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। बहुत से लोग पुरानी चीजों को संभालकर रखते हैं। कुछ लोगों की आदत होती है वो ऐसी चीजों को अपने पास रखे जो अब खत्म हो गई है। कई लोग ऐसे हैं जो अपने जीवन में अपनी पसंद की चीजों या प्राचीन और दुर्लभ चीजों का संभालकर रखना पसंद करते हैं।
मौजूदा समय में पुराने नोट को भी लोग संभालकर रखते हैं। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल मैसेज में बताया जा रहा है कि 500 और 1000 रुपये के नोटों को नहीं बदला था तो अब आपके पास में एक और मौका है।
वहीं सोशल मीडिया पर इन दिनों गलत सूचना का अंबार नजर आ रहा है। हर दिन एक ही तरह के मैसेज वायरल होते रहते हैं और लोग इस वायरल मैसेज को सच मान लेते हैं और इस वजह से उनको काफी परेशानी उठानी पड़ती है। भारतीय रिजर्व बैंक का एक लेटर सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो रहा है।
पिछले दिनों भी वायरल हुआ था और फिर से वायरल हुआ है। इसमेंकहा गया है कि 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट को बदलने को लेकर को फिर से दावें किये जा रहे है। वायरल लेटर में दावा किया गया है कि आरबीआई ने विदेशी नागरिकों के लिए भारतीय डिमॉनेटाइज्ड करेंसी नोट को एक्सचेंज करने की सुविधा को और आगे बढ़ा दिया है।
जब इस पोस्ट की जांच की गई तो गंभीरता को देखते हुए प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो की फैक्ट चेक टीम (PIB Fact Check) ने इस मामले की जांच-पड़ताल की और इसकी सच्चाई सामने लाई।
A FAKE order issued in the name of @RBI claims that the exchange facility for Indian demonetized currency notes for foreign citizens has been further extended.
PIB Fact Check: The exchange facility for Indian demonetized currency notes for foreign citizens ended in 2017. pic.twitter.com/5VO8meUB6S
— Prasar Bharati News Services & Digital Platform (@PBNS_India) April 6, 2021
पीआईबी ने इस वायरल पोस्ट का फैक्ट चेक किया है, पीआईबी फैक्ट चेक ने कहा, विदेशी नागरिकों के लिए 500-1000 के पुराने नोट की एक्सचेंज करने की सुविधा को और आगे बढ़ाने का दावा फेक है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस दावे को लेकर ट्वीट करते हुए कहा कि विदेशी नागरिकों के लिए इंडियन डिमोनेटाइज करेंसी नोटों को बदलने की सुविधा 2017 में समाप्त हो गई है। 500 और 1000 के नोटों के बदलने को लेकर ऐसा कोई आदेश नहीं जारी किया गया है।