जुबिली न्यूज डेस्क
अंतरिक्ष की दुनिया तमाम तरह के रहस्यों से भरी हुई है. कभी किसी एस्टेरॉयड के धरती की ओर बढ़ने से खतरा सामने आ जाता है, तो कभी कोई नया तारा वैज्ञानिकों की नज़र में आ जाता है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चेतावनी जारी की है कि एक भारी-भरकम उल्का पिंड धरती की ओर बढ़ रहा है. अगले आज रात धरती के बेहद नज़दीक से गुजरने वाला है.
इस उल्का पिंड के साइज़ की बात करें तो वैज्ञानिकों का कहना है कि ये औसत साइज़ के 24 एमू बर्ड को अगर एक के ऊपर एक खड़ा कर दिया जाए, तो बनने वाला टावर जितना है. इसका व्यास 42 मिटर का है जबकि ऊंचाई मल्टीस्टोरी बिल्डिंग जैसी है. नासा की चिंता इसे लेकर बढ़ी हुई है
धरती के ऑर्बिट के नज़दीक से गुजरेगा
जो उल्कापिंड धरती से होकर गुजरने वाला है, उसे सबसे पहले वैज्ञानिकों ने साल 2012 में देखा था और आखिरी बार वो साल 2017 में धरती के नज़दीक आया था. एक बार फिर से आज रात 11 बजकर 33 मिनट पर इसके धरती के काफी नज़दीक से गुजरने की आशंका है. डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक 2022 YK4 नाम का उल्कापिंड धरती के ऑर्बिट से महज 4,495,416.015 किलोमीटर की दूरी से होकर गुजरेगा.
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लगातार करीब आ रहे हैं उल्कापिंड
अभी 25 मार्च को भी 2023 DZ2 नाम का बड़ा उल्कापिंड धऱती से 107,500 की दूरी से होककर गुजरा था. ये अगर कहीं धरती से टकरा जाता तो इसका प्रभाव नागासाकी के एटम बम गिरने जितना ही पूरी पृथ्वी पर होता. आपको बता दें कि उल्कापिंड एक छोटा ग्रह होता है, जो किसी ग्रह के निर्माण के समय में छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट जाते हैं और सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने लगते हैं. इन्हीं में से कोई टुकड़ा धरती के पास आ जाता है. कई एस्टेरॉयड्स पहले ही जल जाते हैं, तो कई बार ये धरती से टकरा भी चुके हैं.
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