- शनिवार को फील्ड हास्टल परिसर में हुई प्रेसवार्ता
लखनऊ। तीन दिनों से प्रदेश में मचे घमासान के बीच बिजली कर्मियों ने जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने ऊर्जा मंत्री के बर्खास्तगी और गिरफ्तारी के आदेश के बाद पलटवार किया।
शनिवार को फील्ड हास्टल परिसर में हुई प्रेसवार्ता में विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने कहा कि हमारे ऊपर तोड़फोड़ का आरोप लगाया गया।
हम कहते हैं आपकी सरकार है आप जांच कराएं। जब कर्मचारी ऑफिस गए ही नहीं, तो तोड़फोड़ कैसे हो गई। ओबरा और अनपरा कोयले की नहीं सोने की खदान हैं।
ऊर्जा निगमों की संपत्तियां हमारी मां हैं, हम पूजा करते हैं। हम शांतिपूर्ण ढंग से काम से हटे हैं। आज रात को 48 घंटे की हड़ताल हो जाएगी। हमने कहा था कार्रवाई करेंगे तो अनिश्चितकालीन पर जाएंगे।
हमें किसी ने वार्ता के लिए बुलाया नहीं है। संघर्ष समिति के 22 पदाधिकारियों पर एफआईआर की गई। एफआईआर दर्ज हो गई तो हमे गिरफ्तार करें। हम यहां आ गए है अब जाएंगे नहीं।