जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कैंब्रिज विश्वविद्यालय में ’21वीं सदी में सुनना और सीखना’ विषय पर अपने लेक्चर के दौरान जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस का मुद्दा उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके फोन में पेगासस डाला गया था और अफसरों ने उन्हें सलाह दी थी कि वे संभल कर बात करें.
इस बयान पर भाजपा ने पलटवार किया
राहुल गांधी ने कहा, ‘बड़ी संख्या में राजनीतिक नेताओं के फोन में पेगासस होता है. मेरे खुद अपने फोन में पेगासस था. मुझे खुफिया अधिकारियों ने बुलाया और मुझसे कहा कि कृपया फोन का इस्तेमाल करते समय आप सावधान रहें क्योंकि हम सबकुछ रिकॉर्ड कर रहे हैं.’ अब उनके इस बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘कल के नतीजे (त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड चुनाव परिणाम) दिखाते हैं कि कांग्रेस का सुपड़ा फिर एक बार साफ हुआ है और राहुल गांधी फिर विदेशी धरती पर रोने-धोने का कार्य कर रहे हैं.
पेगासस उनके दिलो-दिमाग में बैठा है
नतीजे क्या आएंगे उन्हें पता था, और पेगासस कहीं और नहीं बल्कि उनके दिलो-दिमाग में बैठा हुआ है. विश्व में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत का जो मान-सम्मान बढ़ा है, दुनिया भर के नेता उसकी बात करते हैं. राहुल गांधी किसी और की नहीं, तो कम से कम इटली की प्रधानमंत्री की बात ही सुन लें, जिन्होंने कल कहा कि पीएम मोदी दुनिया के सबसे पसंदीदा नेताओं में से एक हैं और वर्ल्ड लीडर हैं.
प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बर्दाश्त नहीं
अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी कि क्या मजबूरी थी कि उन्होंने अपना मोबाइल फोन जांच के लिए जमा नहीं करवाया? ऐसा नेता जो खुद भ्रष्टाचार के आरोपों में बेल पर है, उसके फोन में ऐसा क्या था कि उसने अपना फोन जमा नहीं करवाया. दूसरे नेताओं ने भी नहीं जमा करवाया. वह प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बर्दाश्त नहीं कर पा रहे, लेकिन जनता बार-बार पीएम पर अपना विश्वास जता रही.
ये भी पढ़ें-Share Market Opening : ये 5 शेयर खरीदने वाले हो गए मालामाल
राहुल गांधी विदेश में जाकर बार-बार भारत के बारे में झूठ बोलते हैं, देश का अपमान करते हैं. विदेशी धरती से विदेशी दोस्तों के माध्यम से वह देश के खिलाफ साजिश करते हैं. उन्हें प्रधानमंत्री से नफरत हो सकती है, लेकिन भारत को विदेश में जाकर बदनाम क्यों करते हैं.
ये भी पढ़ें-मेरे फोन में पेगासस था, अफसरों ने संभल कर बात करने की दी थी नसीहत- राहुल गांधी