जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शराब घोटाला मामले में अपनी गिरफ्तारी और सीबीआई जांच के तरीके को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए है और उन्होंने अब चुनौती दी है। मनीष सिसोदिया के वकील मनु सिंघवी ने एक याचिका दायर करके जल्द से जल्द इस पर सुनवाई करने की मांग की है।
वहीं मुख्य न्यायाधीश ने अभिषेक सिंघवी ने सवाल किया कि वो सीधे सुप्रीम कोर्ट आने से पहले हाईकोर्ट क्यों नहीं गए। इस पर अभिषेक मनु सिंघवी ने विनोद दुआ केस का हवाला दिया। जिसके बाद चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि वे मामले की सुनवाई दोपहर 3:50 बजे करेंगे। सिसोदिया का कहना है कि जब वो सीबीआई जांच में सहयोग कर रहे थे, तो उनकी गिरफ्तारी क्यों की गई।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टीके नेता मनीष सिसोदिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल उनको सीबीआई ने गिरफ्तार किया था और उनको राऊज एवेन्यू कोर्ट पेश किया गया।
इस पर सुनवाई करते हुए राऊज एवेन्यू कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की पांच दिनों की रिमांड सीबीआई को दी थी । दरअसल शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने उनके खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है और कल आठ घंटे तक हुई पूछताछ के बाद उनको गिरफ्तार कर लिया था। स्थानीय मीडिया की माने तो उनके परिवार के लोगों ने मीडिया को बताया है कि 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने उन्हें शाम 7:15 बजे अरेस्ट कर लिया गया था।
स्थानीय मीडिया की माने तो सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को सबूतों को नष्ट करने के आरोप में भी गिरफ्तार किया है। आरोप के मुताबिक उनपर मिलीभगत आरोप है। इस मामले में उस ब्यूरोक्रैट का बयान भी अहम है, जिसने सीबीआई को दिए अपने बयान में कहा था कि एक्साइज पॉलिसी तैयार करने में सिसोदिया ने अहम भूमिका निभाई थी।
उनकी गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की सियासत में घमासान तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी अब खुलकर बीजेपी और मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है।