जुबिली न्यूज डेस्क
मथुरा. कृष्णनगरी मथुरा में रेलवे ने नई बस्ती के लोगों की मुश्किले बढ़ा दी है. दरअसल रेलवे द्वारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि के आसपास नई बस्ती में 200 से अधिक मकानों को हटाने के लिए नोटिस चस्पा कर देने से मकान स्वामियों में हड़कंप मचा हुआ है.
हेमा मालिनी के ड्रीम प्रोजेक्ट में बाधा
बता दे कि रेलवे की यह कार्यवाही मथुरा-वृंदावन के बीच 11 किलोमीटर की लाइन को ब्रॉडगेज में बदलने की राह में रोड़ा बनने पर की गई है. मथुरा की सांसद हेमा मालिनी का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है जिसमें यह बस्ती सबसे बड़ी बाधा है. करीब 204 करोड़ के इस प्रोजेक्ट के लिए आम बजट में 100 करोड़ का प्रावधान किया गया है. इसके लिए सबसे पहले मथुरा-वृंदावन के मध्य रेल मार्ग में पड़ने वाले अतिक्रमण को हटाये जाने की कार्यवाही की जानी है.
आम लोग जमकर कर रहे विरोध
हालांकि नोटिस के बाद स्थानीय निवासी लामबंद हो गए और जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. 11 किलोमीटर की मीटर गेज को ब्रॉडगेज में बदलने के लिए श्री कृष्ण जन्मस्थान के निकट रेलवे लाइन के दोनों ओर से नई बस्ती के 204 मकानों को चिन्हित कर रेलवे द्वारा नोटिस जारी कर दिया गया है.
मकानों पर निशान लगाने का काम भी शुरू
मिली जानकारी के मुताबिक रेलवे द्वारा नोटिस चस्पा करने के बाद मकानों के चिन्हीकरण कर निशान लगाने का काम भी शुरू कर दिया है, जिससे वहां के बाशिंदों में हड़कंप मच गया है. इससे लामबंद हुए लोगों ने जिला मुख्यालय पर पहुंचकर नारेबाजी कर अपना ज्ञापन भी दिया.
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इतना अवश्य है कि रेलवे लाइन को ब्रॉडगेज लाइन में बदलने के बाद मथुरा-वृन्दावन के मध्य रेल मार्ग आसान हो जाएगा. अब देखना यह है कि रेलवे प्रशासन अतिक्रमण को कब तक हटाने में कामयाब हो पाता है या नहीं, क्या बस्ती को लोगों को मकान खाली करना पड़ेगा या फिर फैसला उनके पछ में होगा.
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