जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से चीन और अमेरिका के बीच तनाव देखने को मिला है। इतना ही नहीं दोनों देश एक दूसरे के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। वही रही सही कसर ने चीन के जासूसी गुब्बारे यानी बैलून ने अमेरिकी की नींद उड़ा दी थी लेकिन अब अमेरिका ने जासूसी बैलून को लेकर बड़ा कदम उठाया और उसे मार गिराया है।
हालांकि दोनों देश इस बैलून को लेकर आपस भिड़ गए। चीन ने इस गुब्बारे को लेकर कहा था कि ये सिविल बैलून है और मौसम अनुसंधान कार्य के लिए है लेकिन पेंटागन ने चीनी सरकार की इस बात को मानने से साफ मना कर दिया।
जो बाइडेन प्रशासन ने कैरोलिना तट के पास चीन के जासूसी बैलून को ढेर कर दिया है। एफ-22 फाइटर जेट F-22 (F-22 Fighter Jet) से दागी गई मिसाइल से बैलून को मार गिराया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पेंटागन को बधाई दी है।
चाइनीज स्पाई बैलून यूएस में पहले न्यूक्लियर साइट के ऊपर नजर आया था। इसके बाद लैटिन अमेरिका में नजर आया था। इसके बाद अमेरिका पूरी तरह से एलर्ट मोड पर आ गया था और उसने इस पर अपनी कड़ी नजर रखी हुई थी। पेंटागन ने दावा किया था कि चीन इस बैलून के जरिए जासूसी कर रहा है।
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न्यूज एजेंसी की माने तो अमेरिका ने चीनी गुब्बारे को मार गिराए जाने की बात कही है और इसे पुष्टिï भी की है। अमेरिकी वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने इस स्पाई बैलून को ढेर किया है।
अमेरिकी रक्षा सचिव ने एक बयान के अनुसार फाइटर जेट ने दक्षिण कैरोलिना के तट पर पानी के ऊपर चीनी गुब्बारे को मार गिराया। मलबा निकालने के लिए अभियान जारी है।
हालांकि अमेरिका में विपक्षी नेता जेम्स कॉमर ने आशंका जताई है कि इस बैलून में बायो वेपन तो नहीं था? उन्होंने बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधा था और कहा कि उनकी नाक के नीचे ये बैलून अमेरिका में अंदर तक कैसे चला आया?
अमेरिका और कनाडा में काम करने वाला नार्थ अटलांटिक एयरोस्पेस डिफेंस कमांड और यूएस का उत्तरी कमांड इसे मॉनिटर कर रहा था।