जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। भारत के पूर्व कानून मंत्री और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट शांति भूषण ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। उनकी उम्र 97 साल की थी। काफी वक्त से बीमार चले रहे थे।
शांति भूषण जहां वकालत में बड़ा नाम हुआ करते थे जबकि राजनीति में उनका खूब नाम था। आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य के तौर पर उनको जाना जाता है।
इसके आलावा कांग्रेस (ओ) और जनता पार्टी में रह चुके हैं। शांति भूषण राज्यसभा सासंद भी रह चुके हैं। शांति भूषण 6 सालों तक भाजपा में भी रह चुके हैं। साल 2012 में केजरीवाल के साथ मिलकर आम आदमी पार्टी का गठन किया था। हालांकि बाद में वो इस पार्टी से अलग हो गए थे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व कानून मंत्री और वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण के निधन पर शोक व्यक्त किया। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि उन्हें कानूनी क्षेत्र में उनके योगदान और वंचितों के लिए बोलने के जुनून के लिए याद किया जाएगा। उनके निधन से दुखी हूं।
शांति भूषण ने ही इलाहाबाद हाईकोर्ट में काफी चर्चित मामले में राजनारायण का प्रतिनिधित्व किया था। 1974 में इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री के पद से हटने का आदेश दिया गया था। उन्होंने मोरारजी देसाई मंत्रालय में 1977 से 1979 तक भारत के कानून मंत्री के रूप में कार्य किया।