जुबिली स्पेशल डेस्क
टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया, विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट व ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाकर मोर्चा खोला है।
इसके चलते लखनऊ का भारतीय खेल प्राधिकरण (साईं) सेंटर लखनऊ भी चर्चा में आ गया है। दरअसल विनेश फोगाट ने लखनऊ साईं में खिलाड़ियों के शोषण की बात की है। वही इस मामले का असर गुरुवार को लखनऊ साई के गेट पर भी दिखा।
दरअसल आज साई सेंटर लखनऊ में गुरुवार सुबह से ही किसी भी बाहरी के प्रवेश पर रोक लगी रही और मीडिया के अंदर जाने पर भी पाबंदी लगाकर गेट पर ताला लटका दिया गया। वही साई सेंटर प्रशासन में काम करने वाले ठेकेदारों की गाड़ियां अंदर से बाहर तक जाती दिखी।
दूसरी ओर सेंटर प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार कैंप में आए सभी खिलाड़ियों को वापस भेज दिया गया और कैंप को रद्द कर दिया गया।
सुबह जब मीडिया कर्मी महिला पहलवानों से बात करने के लिए साई सेंटर पहुंचे तो बताया गया कि अंदर एक भी पहलवान नहीं है। सभी पहलवानों को घर भेजा जा चुका है।
लखनऊ साई सेंटर के कार्यकारी निदेशक संजय सारस्वत ने बताया कि राष्ट्रीय कुश्ती कैम्प का कोई भी खिलाड़ी कैम्पस में नहीं है। यौन उत्पीड़न के आरोपों के बारे में उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई भी मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। आज तक किसी भी खिलाड़ी ने मुझसे शिकायत नहीं की है।
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष विनय शाही सुबह ही पहुंच गए। उन्होंने यौन उत्पीड़न के आरोप सिरे से नकारते हुएकहा कि लखनऊ साई सेंटर में महिला पहलवानों का कैंप लगने के बाद से ओलंपिक से लेकर सभी खेलों में पदक आ रहे हैं। उन्होंने इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया।
कही अगले महीने होने वाले फरवरी में भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव तो वजह नहीं
वही कुश्ती संघ के पदाधिकारियों के अनुसार अगले महीने फरवरी में भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव प्रस्तावित है और चुनाव से ठीक पहले ये भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह की छवि धूमिल करने का प्रयास हो सकता है।
उपाध्यक्ष विनय शाही के अनुसार कई सारे भारतीय खिलाड़ी बिना ट्रायल दिये टीम में जगह बनाना और अपनी मर्जी से ट्रेनिंग करना चाहते हैं। दूसरी ओर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह का कई महिला खिलाड़ियों ने समर्थन किया हैं।
इन खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर वीडियो में उत्तर प्रदेश की स्टार महिला पहलवान दिव्या काकरान के बाद महाराष्ट्र की साक्षी वैद्य, दिव्यांशी त्यागी, वर्षा चौधरी, श्वेता तोमर, सोनम सिंह सहित कई अन्य महिला पहलवानों ने इस तरह के मामलों से इंकार किया है।