जुबिली स्पेशल डेस्क
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इस वक्त लगातार सुर्खियों में है। कल तक जिस कांग्रेस पर लोगों का विश्वास उठता हुआ नजर आ रहा था आज वहीं पार्टी फिर से लोगों के बीच दस्तक दे रही है। दरअसल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस के लिए एक बड़ी उम्मीद बनकर सामने आई है।
ये एक दिन में नहीं हुआ बल्कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से संभव हो पाया है। उनकी इस यात्रा को 2024 चुनाव से भी जोडक़र देखा जा रहा है और बतौर पीएम वो अपनी दावेदारी भी पेश करते हुए नजर आ रहे हैं लेकिन कांग्रेस ने ये साफ कर दिया है कि भारत जोड़ो यात्रा 2024 के आम चुनावों के लिए राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में देखना गलत होगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा 2024 के आम चुनावों के लिए राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने की कवायद नहीं थी।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यह भारत जोड़ो यात्रा राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने के लिए नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह एक वैचारिक यात्रा है, जिसका मुख्य चेहरा राहुल गांधी हैं। उन्होंने कहा कि यह भारत जोड़ो यात्रा किसी एक व्यक्ति की यात्रा नहीं हैं। करनाल के भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेन्द्र सिंह और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ-साथ रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी हिस्सा लिया है।
बता दे कि राहुल गांधी एक बार फिर कांग्रेस को मजबूत करने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं। जो कांग्रेस लगातार राज्यों के चुनाव में हार रही थी वो अब पटरी पर लौटती हुई नजर आ रही है।
कांग्रेस में नई जान फूंकने के लिए राहुल गांधी लगातार पूरा जोर लगा रहे हैं। दरअसल राहुल गांधी लोगों से मिलकर कांग्रेस का वोट बैंक मजबूत करने के लिए इस वक्त देश का दौरा कर रहे हैं। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के सहारे राहुल गांधी 2024 में सत्ता पर काबिज होने कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इतना ही नहीं ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लोग भी हाथों-हाथ लेते हुए नजर आ रहे हैं।