जुबिली स्पेशल डेस्क
भारतीय क्रिकेट इस वक्त बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है। हाल में सौरभ गांगुली की जगह रोजन बिन्नी को भारतीय क्रिकेट कट्रोल बोर्ड का नया अध्यक्ष बनाया गया है।
उसके बाद से बदलाव देखने को मिल रहा है। टी-20 विश्व कप में मिली हार के बाद टीम इंडिया में बड़े बदलाव के संकेत मिलने लगे थे। कप्तानी को लेकर बीसीसीआई में इस वक्त चर्चा हो रही है।
बीसीसीआई चाहता है कि क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान बनाया जाये। शायद इसी के तहत टी-20 में हार्दिक को टीम इंडिया कमान सौंपी गई है।
उधर बीसीसीआई के अंदर भी उठापटक देखने को मिल रही है। नया कुनबा अपने तरीके से काम कर रहा है। उसने टी-20 मिली हार के बाद चयन समिति को बर्खास्त कर दिया था और नई चयन समिति बनाने की बात कही थी। हालांकि अभी तक नई चयन समिति का गठन नहीं हुआ है और श्रीलंका के खिलाफ टीम का चयन चेतन शर्मा की पुरानी चयन समिति ने बीसीसीआई के कहने पर किया है।
अब जानकारी मिल रही है कि चेतन शर्मा दोबारा सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन बनाने का मन बीसीसीआई ने बनाया है। अब सवाल ये हैं कि जिसे बीसीसीआई ने बर्खास्त किया है उसे फिर से जिम्मेदारी क्यों सौंपने जा रहा है। दरअसल बताया जा रहा है कि हाल में श्रीलंका सीरीज के लिए उनको टीम का चयन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई तब से लग रहा था कि बीसीसीआई फिर से उनको चीफ सेलेक्टर बना सकता है।
मीडिया रिपोट्र्स की माने तेा चेतन शर्मा ने इसी एक जनवरी को बीसीसीआई की रिव्यू मीटिंग में भी शामिल हुए थे तब बोर्ड ने उन्हें वनडे विश्व कप के लिए रोडमैप तैयार करने को कहा था।
इस पर चेतन शर्मा ने अपना इनपुट दिया, तो बोर्ड को पसंद आया। उसी आधार पर बोर्ड ने वनडे वर्ल्ड कप के लिए 20 खिलाडिय़ों को सेलेक्ट किया।
इसके बाद से ही बीसीसीआई उनको चीफ सेलेक्टर के तौर पर उनको फिर से जिम्मेदारी सौंंप सकता है। वहीं मीडिया रिपोट्र्स की माने तो नेशनल क्रिकेट सेलेक्टर्स पद के लिए कुल 12 आवेदकों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था।
इनमें से चेतन शर्मा भी एक थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन सभी में चेतन ही सबसे ज्यादा 23 टेस्ट मैच खेलने के कारण दावेदार बनते नजर आ रहे हैं. जबकि पूर्व सेलेक्शन कमेटी में रहे हरविंदर सिंह फिर से सेंट्रल जोन के लिए दावेदार माने जा रहे हैं।