जुबिली स्पेशल डेस्क
अगला साल भारतीय क्रिकेट के लिए काफी अहम होने जा रहा है। साल 2023 में कई बड़ी सीरीज भारत को खेलनी है। उनमें एशिया कप के साथ 50 ओवर का विश्व कप भी शामिल है।
भारत को साल 2023 की शुरुआत में सबसे पहले श्रीलंका के साथ सीरीज खेलनी है। इसके बाद न्यूजीलैंड की टीम भारत आ रही है।
उसके साथ मुकाबला होना है। इस सीरीज के खत्म होते ही ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत की अहम सीरीज होनी है जबकि आईपीएल इस साल भारत में मार्च अप्रैल में खेला जायेगा।2023 में आईसीसी के दो बड़े टूर्नामेंट होंगे. इसके अलावा एशिया का सबसे बड़ा टूर्नामेंट भी खेला जाएगा। आईसीसी इवेंट में एक वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल है।
वहीं इस बार विश्व कप भारत में खेला जायेगा। ऐसे में भारत पर खिताब दर्ज का बड़ा दबाव होगा। इससे पहले साल 1996 के विश्व कप सेमीफाइनल में टीम इंडिया पहुंची थी जबकि साल 2011 विश्व कप में भारत ने माही की कप्तानी में जीत दर्ज की थी। ये दोनों विश्व कप भारत में खेले गए थे। ऐसे में अब देखना होगा इस बार भारत कैसा प्रदर्शन करती है।
इन सबके बीच साल के पहले ही दिन यानी रविवार को बीसीसीआई में एक अहम बैठक हुई, जिसमें टीम इंडिया के परफॉर्मेंस, रोडमैप और अन्य चिंताओं पर बात हुई।
मुंबई में बीसीसीआई दफ्तर में हुई इस रिव्यू मीटिंग में बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह, कप्तान रोहित शर्मा, कोच राहुल द्रविड़, एनसीए डायरेक्टर वीवीएस लक्ष्मण और चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा मौजूद थे।
बैठक में इन तीनों विषयों पर मुहर
- इमर्जिंग खिलाड़ियों को अब घरेलू सीरीज में लगातार खेलना होगा, ताकि वह नेशनल टीम के सेलेक्शन के लिए तैयार हो सकें
- यो-यो टेस्ट और डेक्सा सेलेक्शन प्रोसेस का हिस्सा बनेगा, सीनियर टीम के पूल में जो खिलाड़ी हैं उनपर इसे लागू किया जाएगा
- वनडे वर्ल्ड कप 2023 और अन्य सीरीज़ को देखते हुए एनसीए सभी आईपीएल फ्रेंचाइजी से बात करेगा और खिलाड़ियों के वर्कलोड मैनेजमेंट पर चर्चा करेगा