जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर आ रही है। दरअसल कोरोना काल में हटाये गए अंशकालिक प्रशिक्षकों को हाईकोर्ट ने बड़ी राहत दी है।
स्थानीय मीडिया की माने तो युपी में प्रशिक्षकों का चला आ रहा लंबा इंतेजार अब खत्म हो गया है क्योंकि हाईकोर्ट ने राहत देते हुए उन्हें बहाली का आदेश खेल विभाग को जारी किया है। इसके साथ ही उनकी बहाली पुराने पदों पर ही होगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2020 में कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेशभर के अंशकालिक खेल प्रशिक्षकों का नवीनीकरण नहीं किया गया था।
इसको लेकर खूब बवाल हुआ था। इतना ही नहीं खेल प्रशिक्षकों ने सडक़ पर उतरकर खेल विभाग के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया था जबकि इसके खिलाफ 21 सितंबर 2020 को खेल प्रशिक्षकों ने हाईकोर्ट में वाद दायर किया था। दो साल के संघर्ष के बाद खेल प्रशिक्षकों को हाईकोर्ट ने राहत देते हुए उन्हें बहाली का आदेश खेल विभाग को जारी किया है।
अब बिना प्रशिक्षकों के अभ्यास कर रहे खिलाडय़िों को अब कोच के सानिध्य में अभ्यास करने का अवसर मिलेगा। जेम पोर्टल के माध्यम से 150 प्रशिक्षकों की नियुक्ति खेल प्रशिक्षकों के हाईकोर्ट में वाद दायर करने के बाद खेल विभाग ने जेम पोर्टल के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों में प्रशिक्षकों की नियुक्ति के आदेश किए थे, जिसमें प्रदेश भर में 150 प्रशिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई थी।
कोरोना संक्रमण के कारण दो साल से बंद रहे स्टेडियमों में प्रशिक्षकों की दोबारा नियुक्ति नहीं हुई। उस दौरान तैनात 377 प्रशिक्षकों की संख्या घटकर मात्र 156 रह गई। इतना ही नहीं केडी सिंह बाबू स्टेडियम में 17 की जगह सात तो चौक स्टेडियम में 13 की जगह मात्र तीन प्रशिक्षक ही तैनात हैं।
उसके बाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद इन भर्तियों को भी रोक दिया गया। इस आदेश के बाद मेरठ जिले को भी साथ प्रशिक्षक मिले थे। हाईकोर्ट के आदेश पर यदि खेल विभाग प्रशिक्षकों की नियुक्ति करता है, तो मेरठ में खेले जाने वाले सभी 15 खेलों में प्रशिक्षक नियुक्त किए जाएंगे।
अभी तक जेम पोर्टल के माध्यम से 2020 से अब तक सात पर प्रशिक्षकों की नियुक्ति की गई है। हाईकोर्ट में वाद दायर करने में मेरठ के फुटबॉल प्रशिक्षक ललित पंत भी शामिल रहे।
इन खेलों के लिए मिलेंगे कोच
जिम्नास्टिक, फुटबाल, निशानेबाजी, तीरंदाजी, जूडो, तैराकी, बॉस्केट बॉल, वेट लिफ्टिंग के लिए कोच मिलेंगे।