जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सबसे चर्चित लखीमपुर खीरी हिंसा से जुड़ी खबर आ रही है। दरअसल इस मामले में मुख्य गवाह प्रभजोत सिंह और उसके छोटे भाई सर्वजीत सिंह पर शनिवार रात तलवार से हमला किया गया है।
इस हमले में उनके सर पर गम्भीर चोट आई और घाव लगा है। दूसरी ओर प्रभजोत सिंह इस हमले में किसी भी तरह से बच गए है। इस हमले का आरोप आशीष मिश्रा उर्फ मोनू और उनके करीबियों पर है।
इस मामले पर लखीमपुर खीरी एसपी संजीव सुमन ने साफ कर दिया है कि दो गुटों के बीच आपसी रंजिश का मामला है। इस घटना का लखीमपुर खीरी कांड से कोई लेना-देना नहीं है।
स्थानीय मीडिया की माने तो प्रभजोत सिंह ने इस पूरे मामले पर मीडिया को बताया है कि वो और उनके भाई सर्वजीत तिकुनिया में किसी मुंडन के प्रोग्राम में गए थे लेकिन तभी किसी ने धोखे से पीछे से तलवार से हमला कर दिया।
इस हमले में सर्वजीत सिंह गंभीर चोट आई है। आनन-फानन में उनको अस्पताल लाया गया है जहां पर कई टांके लगाए गए है। प्रभजोत सिंह का दावा किया है ये हमला किसी और ने नहीं बल्कि लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के करीबियों ने किया है।घायल का इलाज भी कराया गया है।मामले की जांच की जा रही है।
इसको लेकर उसने तिकुनिया थाने में शिकायत दर्ज करायी है। इसमें आशीष मिश्रा का नाम दर्ज कराया है। वहीं प्रभजोत ने ये भी साथ में कहा है कि पुलिस हम पर आशीष मिश्रा का नाम हटाने को बार-बार कह रही है।
इस दौरान ये भी कहा है कि पुलिस खुद पर भी दबाव होने की बात कह रही है लेकिन वो किसी भी हालत में आशीष मिश्रा का नाम नहीं हटवाएंगे।