जुबिली स्पेशल डेस्क
शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के रिश्तों अब पहले से बेहतर नजर आ रहे हैं। बहू डिंपल को सर्मथन देनेके ऐलान बाद शिवपाल यादव और अखिलेश यादव की मुलाकात भी हो गई है। इसके बाद से लगने लगा कि चाचा और भतीजे एक हो गए है।
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैदान में उतरी हैं। मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव वो कर दिखाया जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी।
बीजेपी को हराने और सैफई के मुलायम परिवार की सियासत पर खतरा देख देख चाचा-भतीजे के रिश्तों में जमी बर्फ पिघलने लगी और आपसी गिले-शिकवे भुलाकर दोनों एक हो गए है।
डिंपल यादव को जीत पक्की करने के लिए रविवार को एक साथ मंच साझा किया, और एकजुटता का संदेश दिया सोमवार को एक बार फिर से मुलायम कुनबा जसवंतनगर में एक साथ खड़ा नजर आया।
@yadavakhilesh @shivpalsinghyad
जय हो विजय हो जय समाजवाद#मैनपुरी_लोकसभा_उपचुनाव#बाइसिकल_जिंदाबाद
नेताजी मा.मुलायम सिंह यादव जी की समाजवादी विचारधारा जिंदाबाद.
यदि सभी पीड़ित संगठित हो जाएं तो पीड़ित ही पावर बन जाते हैं++
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी(GGP)
इंडियन पीपुल्स सर्विसेज(IPS) pic.twitter.com/AvAICx6Xli— Arvind Gondwana (@ArvindGondwana6) November 21, 2022
अखिलेश यादव ने कहा- राजनीतिक दूरियां भी आज खत्म हो गईं
अखिलेश यादव ने कहा कि उपचुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं, जब नेताजी हमारे बीच नहीं हैं. पूरे देश की नजरें इस उपचुनाव पर हैं और मैं कह सकता हूं कि पूरा देश समाजवादी पार्टी की ऐतिहासिक जीत का गवाह बनेगा। अखिलेश कहा, ‘कई बार लोग कहते हैं कि बहुत दूरियां हैं। आप सबको बता दूं कि चाचा-भतीजे में कभी दूरियां नहीं थीं। चाचा भतीजे में पारिवारिक नहीं बल्कि हमारी राजनीति में दूरियां थीं। मैंने कभी चाचा-भतीजे के रिश्ते में दूरियां नहीं मानीं और मुझे इस बात की खुशी है कि राजनीतिक दूरियां भी आज खत्म हो गईं। इसलिए उसे (भाजपा को) घबराहट हो रही होगी।
"मैंने नेताजी के साथ काफी समय बिताया है और उनसे बहुत कुछ सीखा है। मैं अखिलेश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जैसे नेताजी को कभी निराश नहीं किया, मैं आपको भी कभी निराश नहीं करूंगा।"
– आदरणीय शिवपाल यादव जी, जसवंतनगर, मैनपुरी। pic.twitter.com/R9IQlb4rYU
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) November 21, 2022
शिवपाल यादव ने भी इमोशनल कार्ड खेला
सोमवार को मैनपुरी में शिवपाल यादव ने मंच पर मौजूद अखिलेश यादव से कहा, मैं अखिलेश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जैसे नेताजी को कभी निराश नहीं किया, मैं आपको भी कभी निराश नहीं करूंगा।वही उन्होंने कल कहा कि डिंपल यादव मैनपुरी की बहू हैं और नौजवानों की भाभी है. डिंपल को रिकार्ड मतों से जिताना। परिवार के एकजुटता पर शिवपाल यादव ने कहा कि आपने कहा एक हो जाओ, तो हम एक हो गए हैं। अब आपकी जिम्मेदारी है, बड़ी जीत दिलानी है। एक होकर ही बीजेपी को यूपी में हराया जा सकता है. साथ ही शिवपाल ने यह कहा कि नेताजी जो जिम्मेदारी हम सबके ऊपर छोड़ गए है, उसका निर्वहन अखिलेश यादव को करना है।