जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। यूपी में लगातार दूसरी बार अपनी सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी की नजर अब लोकसभा चुनाव पर है। इसके लिए उसने कमर कस ली है। लोकसभा चुनाव से पहले नगर निकाय चुनाव भी होने वाले है।
ऐसे में बीजेपी इसे लोकसभा चुनाव की तैयारी से जोडक़र देख रही है। इतना ही नहीं बीजेपी से लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देख रही है। हालांकि बीजेपी के लिए नगर निकाय और नगर पालिका के चुनाव में कोई खास प्रदर्शन नहीं रहा है। इस वजह से बीजेपी इस बार इस चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए लक्ष्य से उतरना चाहती है।
अब भाजपा ने आगामी नगर निकाय चुनाव में सभी 17 नगर निगम और 200 नगर पालिका परिषदों के साथ अधिकांश नगर पंचायतों में अपना दबदबा कायम करना ही उसका मेन लक्ष्य है। इसे लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह और महामंत्री संगठन धर्मपाल ने सोमवार को पार्टी के जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों और निकाय चुनाव के संयोजकों के साथ वर्चुअल बैठककर चुनाव का रोडमैप तैयार किया।
उत्तर प्रदेश की 199 नगर पालिका परिषद, 438 नगर पंचायत सीटों के लिए मतदान होना है लेकिन अभी चुनाव की डेट सामने नहीं आई है। कहा जा रहा है कि नवंबर-दिसंबर के बीच यूपी में गांव की सरकार का चुनाव होना तय माना जा रहा है।
2017 नगर निगम चुनाव की बात करें तो बीजेपी ने 16 नगर निगमों से 14 पर अपना दबदबा कायम किया था लेकिन नगर पालिका परिषद में बीजेपी को 198 सीटों में 47 पर ही सिमट गई थी।
दूसरी ओर नगर पालिका परिषद में समाजवादी पार्टी को 29, बहुजन समाज पार्टी को 18 और कांग्रेस को 5 सीटों पर विजय हासिल की थी बाकि बची सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली थी। बीजेपी के सूत्र बता रहे है कि उन सीटों पर फोकस कर लिया है जहां पिछली बार के चुनाव में प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा था। इसलिए बीजेपी ने संगठन मोर्चे ने कमर कस ली है।