जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर दिल्ली में बीजेपी के संसदीय बोर्ड की बैठक हुई थी। इस बैठक में एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर जगदीप धनखड़ का चुना था जबकि अब विपक्ष ने अपने उम्मीदवार का एलान कर दिया।
विपक्षी दलों ने मार्गरेट अल्वा को उपराष्ट्रपति पद का प्रत्याशी चुना है। इसका एलान एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को किया था लेकिन मार्गरेट अल्वा की दावेदारी को लेकर ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी पेंच फंसा दिया है और कहा है कि वो उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनावी प्रक्रिया से दूर रहेगी।
हालांकि उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनावी प्रक्रिया शामिल नहीं होने पर विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने प्रतिक्रिया आ रही है। उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल की सीएम काफी समय से उनकी दोस्त रही हैं और उनके पास अपना मन बदलने के लिए पर्याप्त समय है।
इस दौरान मार्गरेट अल्वा ने कहा कि वह टीएमसी के इस फैसले से हैरान हैं कि पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहेगी। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी विपक्ष को एकजुट करने के अभियान का नेतृत्व करती आ रही हैं। अल्वा ने कहा कि ममता कभी भी भाजपा की जीत में मदद नहीं कर सकतीं। अपना विचार बदलने के लिए ममता के पास पर्याप्त समय है। साथ ही उन्होंने एनडीए के प्रत्याशी जगदीप धनखड़ पर भी जोरदार हमला बोला है।