जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। गोवा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी के द्वारा कथित तौर पर फर्जीवाड़ा कर शराब लाइसेंस लेने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इतना ही नहीं मामला अब पूरी तरह से राजनीतिक घमासान में बदल गया है।
इस पूरे मामले में बीजेपी और कांग्रेस दोनों आमने-सामने आ गई है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। इस पूरे मामले में कांग्रेस की तरफ से जहां केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी का नाम सामने आने के बाद बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ बगावती रूख अपनाते नजर आ रहे हैं।
स्मृति ईरानी ने अपने पलटवार में कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा और जयराम रमेश को कानूनी नोटिस भेजने की बात कहने से राजनीतिक घमासान और तेज हो गया है।
वहीं इस पूरे मामले में मृति ईरानी की बेटी के वकील का बयान भी सामने आया है। वकील ने मीडिया को बताया है कि जोइश उस रेस्टोरेंट में बस एक इंटर्न के तौर पर काम कर रही थीं। वो ना तो रेस्टोरेंट चलाती हैं, ना ही उसकी मालिक है। वहीं इस मामले को लेकर शिकायत करने वाले वकील ने दावा किया है कि इस संबंध में 29 जुलाई को आबकारी आयुक्त सुनवाई करने वाले हैं।
क्या है पूरा मामला
इस मामले में दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि इस बार का संचालन केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी करती हैं। शिकायत में आगे कहा गया है कि शराब का लाइसेंस तब भी जारी किया गया, जब इस बार के पास रेस्टोरेंट का लाइसेंस ही नहीं है। वहीं जून में शराब के लाइसेंस का नवीनीकरण ऐसे व्यक्ति के नाम पर किया गया जिसकी मौत मई में ही हो गई थी। कुल मिलाकर इस मामले में अब राजनीति भी खूब देखने को मिल रही है। अब देखना होगा इस मामले में आगे क्या होता है।