जुबिली स्पेशल डेस्क
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त हो रहा है। ऐसे में देखा जाये तो 1 महीने के बाद भारत को अगला राष्ट्रपति मिलेगा। इसके लिए चुनाव प्रक्रिया भी होनी है। उधर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के बाद देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा इसको लेकर कयास भी लगने शुरू हो गए है।
कई नामों को लेकर मंथन भी शुरू हो गया है। इसको लेकर जानकारी मिल रही है कि बीजेपी और आरएसएस के बीच नामों को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।
हालांकि चार नामों को लेकर कयास भी लगने शुरू हो गए है। उनमें यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का नाम सबसे आगे चल रहा है। हालांकि सरकार इन नामों के आलावा दूसरे नामों लेकर चौंका सकती है।
अब उधर विपक्ष ने अपने उम्मीदवार के तौर पर पूर्व टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा पर अपनी मुहर लगा दी है। एनसीपी नेता शरद पवार कि अध्यक्षता में विपक्षी दलों की मीटिंग में यह फैसला लिया गया है। इस बैठक में यशवंत सिन्हा भी मौजूद थे।
शरद पावर, फारूक अब्दुल्ला और गोपालकृष्ण गांधी का नाम भी सबसे आगे चल रहा था लेकिन अब तस्वीर पूरी तरह से साफ हो गया है कि विपक्ष ने अपने उम्मीदवार के तौर पर पूर्व टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा को मौका देना का मन बना लिया है।
यशवंत सिन्हा ने पहले ही पार्टी से इस्तीफे की पेशकश की थी। उन्होंने कहा था कि समय आ गया है कि अब वह एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए पार्टी से हटकर विपक्षी एकता के लिए काम करें।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हम सभी विपक्षी दलों ने मिलकर फैसला किया है कि राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा हमारे उम्मीदवार होंगे। रमेश ने कहा कि यशवंत सिन्हा एक योग्य प्रत्याशी हैं।