जुबिली स्पेशल डेस्क
ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने चार दिन में दूसरी बार ग्रेनाडा के मौजूदा विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स को पीछे छोड़ते हुए सोना जीता है। उन्होंने फिनलैंड के कुओर्ताने खेलों में जैवलिन थ्रो इवेंट में शनिवार को एक एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए देश के गोल्ड मेडल जीता है। नीरज ने 86.69 मीटर के प्रयास से ये स्वर्ण पदक जीत है।
उनका दूसरा और तीसरा प्रयास फाउल हो गया था। इसके बाद उन्होंने और थ्रो नहीं किए। इस शानदार प्रदर्शन से 30 जून को स्टॉकहोम में होने वाली डायमंड लीग में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।
त्रिनिदाद एंड टोबैगो के 2012 के ओलंपिक चैंपियन केशोर्न वालकॉट ने 86.64 मीटर भाला फेंका। इस वजह उनको दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा।
वहीं, एंडरसन पीटर्स 84.75 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के प्रयास के बावजूद तीसरे स्थान पर रहना पड़ा। नीरज चोपड़ा ने इससे पहले फिनलैंड के तुर्कू में पावो नूरमी खेलों में 89.30 मीटर के प्रयास के साथ रजत जीता था। कुल मिलाकर ओलम्पिक के बाद उनकी लय अब भी कायम है और अपनी शानदार फॉर्म से इंडिया का मान बढ़ा रहे हैं।
Gold for Neeraj !
He’s done it again, what an incredible champion !
• Best throw of 86.69m in his 1st attempt at the #KuortaneGames2022 @Neeraj_chopra1 clinches the top spot and goes on to win his 1st 🥇of the season
BRILLIANT 🇮🇳 pic.twitter.com/cxyrAsW7x7
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) June 18, 2022
नीरज चोपड़ा के बारे में
नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत जिले के खांद्रा गांव के रहने वाले है। उनका जन्म किसान परिवार में 24 दिसंबर 1997 को हुआ है। उन्होंने पहली बार साल 2016 में पोलैंड में हुए आईएएएफ चैंपियनशिप में 86.48 मीटर दूर भाला फेंककर देश के लिए सोना जीतकर अपना लोहा मनवाया था। इसी प्रदर्शन के बाद उन्हें सेना में अधिकारी नियुक्त कर दिया गया था।
साल 2018 में एशियाई खेलों में नीरज ने 88.06 मीटर दूर भाला फेंक स्वर्ण पदक जीता था। इसके साथ ही एशियाड में भाला फेंक स्पर्धा में भारत ने अब तक सिर्फ दो पदक जीते हैं। नीरज से पूर्व 1982 में गुरतेज सिंह ने कांस्य पदक अपने नाम किया था। मार्च 2021 में इंडियन ग्रांड प्रिक्स में नीरज ने 88.07 मीटर का थ्रो कर कई रिकॉर्ड को तोड़ा और अब तक उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।