जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच लगातार लड़ाई हो रही है। अभी तक रूस यूक्रेन को जीतने में कामयाब नहीं हुआ लेकिन वहां से तस्वीर बार-बार जो आ रही है वो आम इंसानों को काफी दुखी और परेशान कर सकती है।
दरअसल वहां पर तबाही एक नहीं सैकड़ो तस्वीरे है जो आपको बता सकती है जब जंग होती है तो आम इंसानों को कितनी भारी कीमत चुकानी पड़ती है। राजधानी कीव के बाहरी इलाके में बुका शहर के समीप जंगल से एक और सामूहिक कब्र मिलने से एक बार फिर हडक़ंप मच गया है।
इसमें कई लोग ऐसे हैं जो मौत के घाट के उतार दिए गए हैैै और उनके हाथ उनकी कमर के पीछे बंाधकर मौैत की नींद सुला दी गई है। यूक्रेन के पुलिस प्रमुख ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि 24 फरवरी को रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से 12,000 से अधिक लोगों की हत्याओं की आपराधिक जांच शुरू की है।
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स्थानीय मीडिया की माने तो चिकित्सीय कपड़े पहने और मास्क लगाए कामगारों ने इनकी लाशे निकालनी शुरू कर दी है। फावड़े की मदद से वन की मिट्टी से शवों को निकालना शुरू किया।
कीव क्षेत्रीय पुलिस के प्रमुख एंड्री नेबीतोव ने स्थानीय मीडिय से बातचीत में कहा है कि घुटनों पर गोलियों के निशान हमें बताते हैं कि लोगों को कितना प्रताड़ित किया गया। टेप से पीठ पर बांधे गए हाथ बताते हैं कि लोगों को लंबे वक्त तक बंधक बनाकर रखा गया और शत्रु सेना ने उनसे कोई भी सूचना निकालने का प्रयास किया।
मालूम हो कि इसी साल 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था। दोनों देशों के बीच अब तक युद्ध जारी है। रूस यूक्रेन के नेटो में शामिल होने के खिलाफ है।