जुबिली न्यूज डेस्क
पोखरा से जोमसोम के लिए उड़ान भरी तारा एयर लाइन के छोटा विमान मौसम की खराबी की वजह से जोमसोम पंहुचने के पहले ही दुर्गम पहाड़ी के बीच दुर्घटना ग्रस्त हो गया। उसमें सवार 22 में से 14 शवों को बरामद किया जा चुका है । इस विमान में चार भारतीय भी सवार थे।
सोमवार को मुस्ताङ के थासाङ गांव पालिका में सानो सरे नामक स्थान पर दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलवा बरामद हुआ।
विमान रविवार को सुबह 9.55 पर पोखरा घरेलू हवाई अड्डे से उड़ान भरा था जिसे अधिकतम 20 मिनट में जोमसोम पंहुच जाना था लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद उसका पोखरा हवाई अड्डे के कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया।
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इसके बाद ही किसी अनहोनी की आशंका व्यक्त की जाने लगी थी। नेपाल सरकार ने तुरंत ही मिलिट्री के हेलीकॉप्टर को लापता विमान की टोह लेने के लिए रवाना कर दिया।
नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता देवेंद्र चंद लाल कर्ण ने सोमवार को अधिकृत रूप से विमान के क्रैश हो जाने की जानकारी दी और बताया कि घटना के फ़ौरन बाद राहत और बचाव दल ने न केवल क्रश विमान का पता लगा लिया। 14 शव भी बरामद कर लिया। बरामद शवों में कुछ तो विमान के मलवे में चिपके हुए थे।
उन्होंने बताया कि अब इसकी संभावना बहुत कम है कि कोई जिंदा भी बचा होगा। विमान में तीन चालक दल और चार भारतीय यात्रियों सहित 22 लोग सवार थे। शेष आठ यात्रियों के शवों को ढूंढने का काम तेजी से चल रहा है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस विमान दुर्घटना में किसी के भी जिंदा होने की संभावना नहीं है। यह विमान करीब 20 घंटे से लापता था। विमान में 4 भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे।
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