जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। यूपी चुनाव में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं करने की वजह से सत्ता से एक बार फिर बेदखल होना पड़ा है। चुनाव के नतीजे आने के बाद से सपा के कुबने में रार देखने को मिल रही है।
शिवपाल यादव ने पहले ही अखिलेश यादव के खिलाफ बगावती तेवर अपना रखे हैं। हालांकि भले ही शिवपाल यादव सपा से विधायक हो लेकिन उनकी अपनी पार्टी अलग है।
हाल के दिनों शिवपाल यादव ने खुलकर अखिलेश का विरोध किया जबकि आजम खान भी अखिलेश यादव से भी खुश नहीं है। जेल से बाहर के आने के बाद से ही उन्होंने इशारों-इशारों में अखिलेश यादव पर तंज कसा है। अब सपा के साथ चुनाव लडऩे वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर भी अब अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं। अब खुलकर उन्होंने अखिलेश यादव पर तल्ख रूप अपनाया है।
ओपी राजभर ने एक चैनल से बातचीत में अखिलेश यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सपा विधायकों के हंगामे को भी गलत बताया है।
उन्होंने कहा, कि हमारा मानना है कि जो पुरानी व्यवस्था है, अभिभाषण पर विरोध का यह बंद होना चाहिए। हमने अपनी ओर से विराम लगाया है। कल से जितना विरोध करना है करिए। मैं पांच साल से यह देख रहा हूं।
यह छठा साल है। मुझे अच्छा नहीं लगता। हम अपने हिसाब से बदलाव चाहते हैं और इसमें पहल की है। ओपी राजभर ने कहा, ”उनके लोग ही हमको राय देते हैं कि हमारे नेता से कहिए कि बाहर निकलें, नेताओं से मिले, संगठन का काम करें।
हम नहीं कह सकते इसलिए आप कहिए। मैंने वही बातें कहीं हैं जो उनके लोग कहते हैं।उन्होंने कहा, ”मैंने कल चार मीटिंग कराई है अपनी पार्टी की। चार मीटिंग हम करवा सकते हैं तो वह (अखिलेश यादव) नहीं कर सकते हैं? बैठे रहेंगे कमरे में? गठबंधन में हैं तो सबको मेहनत करनी पड़ेगी। ताकत पैदा करो, जिगर पैदा करो। 22 में हमने पूरी मेहनत की होती तो सत्ता में होते। असफलता कहती है कि सफलता के लिए पूरे मन से प्रयास नहीं किया गया।”