जुबिली स्पेशल डेस्क
मास्को। रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिका अब खुलकर यूक्रेन के पक्ष में खड़ा हो गया है। रूस को हर हाल में हराने की रणनीति पर वह काम कर रहा है।
अमेरिका ने यूक्रेन को 40 अरब डालर का पैकेज देने का फैसला किया है ताकि इस जंग में यूक्रेन को धन की कमी नहीं होने पाए। इसका नतीजा ये रहा कि रूस अब अमेरिका के खिलाफ कड़े कदम उठाने की तैयारी में है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया की माने तो रूस ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के अपने देश में एंट्री पर बैन लगा दिया है। इतना ही नहीं इस लिस्ट में राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ 963 अमेरिकियों का नाम भी शामिल है।
इस सूची में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और सीआईए प्रमुख विलियम बर्न्स को रूस में अब एंट्री नहीं मिलेगी।बता दें कि जब से रूस और यूके्रन के बीच में जंग शुरू हुर्ई तब से दुनिया के कई देश रूस के खिलाफ नजर आ रहे हैं और उसकी कड़ी आलोचना कर रहे हैं।
इस मामले में अमेरिका सबसे आगे नजर आ रहा है उसने कई मौको पर रूस के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ जंग के ऐलान के बाद से अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था और लगातार एक दूसरे खिलाफ बगावती तेवर अपना रखा है।
रूस ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के अपने देश में एंट्री पर बैन लगा दिया है. रूस ने शनिवार को एक लिस्ट जारी किया जिसमें 963 अमेरिकियों के नाम हैं।
इस सूची में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और सीआईए प्रमुख विलियम बर्न्स के भी नाम हैं. बता दें कि 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ जंग के ऐलान के बाद से अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था।इसके बाद से रूस की इन देशों के साथ तल्खी लगातार बढ़ती जा रही है।
कौन-कौन है इस लिस्ट में
अमेरिकी राष्ट्रपति के आलावा रूस की इस लिस्ट में अमेरिकी सीनेटर और प्रतिनिधि सभा के सदस्य, पूर्व और वर्तमान सरकारी अधिकारी, पत्रकार, सैन्यकर्मी, वकील, वहां के नागरिक और कई कंपनियों के सीईओ भी शामिल है।
मीडिया रिपोट्र्स की माने तो इस लिस्ट में अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष मार्क मिले, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन, केंद्रीय खुफिया एजेंसी के निदेशक विलियम बर्न्स और व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी शामिल हैं।