सैय्यद मोहम्मद अब्बास
लखनऊ। बीते कुछ सालों से उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों का दबदबा विश्व खेल जगत में देखने को मिला है। ऐसे में नई सरकार खेलों को लेकर अब पहले से ज्यादा गम्भीर लग रही है। योगी सरकार की कोशिश है कि यूपी के खिलाड़ियों के पलायन को रोका जाये।
इसके लिए सरकार यूपी में खेलों को लेकर एक रोड मैप तैयार कर रही है ताकि आने वाले वक्त में यहां से किसी भी खिलाड़ियों को दूसरे प्रदेशों का रूख न करना पड़े।
बता दें कि यूपी में खेलों की सुविधाओं का टोटा देखने को मिलता था , इस वजह से यहां के खिलाड़ी यूपी से किनारा कर हरियाणा या फिर पंजाब का रूख करते थे लेकिन योगी सरकार यूपी में खेलों के विकास के लिए ठोस योजना बना रही है।
यूपी की पहली स्पोट्र्स यूनिवसिर्टी का निर्माण
जहां एक ओर यूपी की पहली स्पोट्र्स यूनिवसिर्टी का निर्माण हो रहा है तो दूसरी ओर कानपुर में आधुनिक इंडोर मल्टी स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स जल्द शुरू होने की संभावना है। सरकार से मिली जानकारी के अनुसार जून से खिलाड़ी यहां पर अभ्यास कर सकेंगे।
इसक शुभारंभ सीएम कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर यूपी सरकार के खेल विभाग द्वारा झांसी में एक जिम्नास्टिक हॉल का निर्माण किया गया है और इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर दिया है।
पदक जीतने वाले बनेंगे गैजेटेड अधिकारी
वही हाल में ही उत्तर प्रदेश के जो खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूपी का गौरव बढ़ा चुके हैं। उनके लिए ये खबर बेहद राहत देने वाली है। दरअसल उत्तर प्रदेश की योगी सरकार यूपी के अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता खिलाडिय़ों को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यूपी के मूल निवासी खिलाडिय़ों को नौकरी देने की तैयारी में है। इसके लिए सरकार ने पूरा खाका तैयार कर लिया है और उत्तर प्रदेश में गैजेटेड पदों पर सीधी भर्ती करने का फैसला किया है।
योगी सरकार की कैबिनेट बैठक में खिलाडिय़ों को लेकर बड़ा फैसला करते हुए उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय पद विजेता सीधी भर्ती नियमावली 2022 के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है।
झांसी में बना प्रदेश का सबसे बड़ा जिम्नास्टिक हॉल
खेल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ये जिम्नास्टिक हॉल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और इसमें 10 से 11 खेलों का आयोजन किया जा सकता है। खेल विभाग ने बताया कि हॉल सेंट्रली एयर कंडीशंड है और आने वाले समय में बहुत जल्द कई बड़ी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा सकता है।
अभी हाल में मुख्यमंत्री के जिमनास्टिक हॉल का उद्घाटन करने के बाद खेल निदेशक उत्तर प्रदेश डॉ. आरपी सिंह ने मीडिया से बातचती में जिम्नास्टिक हॉल की खासियत बतायी थी।
डॉ. आरपी सिंह ने बताया
डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि ये 3 करोड़ 56 लाख 62 हजार की लागत से बना है। इसके साथ ही उन्होंने जानकारी दी है कि इसमें एक साथ लगभग 11-12 खेलों का आयोजन किया जा सकता है।
इस हॉल की खासियत यह है कि इसमें राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन हो सकता है। खेल निदेशक ने कहा कि बुंदेलखंड का सबसे बड़ा हाल है इसके बन जाने से यहां के खिलाडिय़ों को मूलभूत सुविधाएं दी जायेगी।
कुल मिलाकर देखा जाये तो आने वाले वक्त में यूपी के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर और शानदार प्रदर्शन कर न सिर्फ यूपी बल्कि पूरे भारत का नाम रौशन करेंगे। खेलों को लेकर योगी सरकार पिछली बार की तरह इस बार भी ज्यादा सक्रिय नजर आ रही है। खिलाड़ियों को दूसरे प्रदेश न जाने दिया जाये इसके लिए योगी सरकार गम्भीर और खिलाड़ियों के लिए हर मदद को तैयार है।