जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. पेट्रोल-डीज़ल के बेहिसाब बढ़े दामों पर अंकुश के लिए भारत रूस से कच्चा तेल खरीदने का करार करने की कोशिश में है. भारत चाहता है कि रूस उसे 70 डालर प्रति बैरल से कम दाम पर कच्चा तेल उपलब्ध करा दे. अगर यह सौदा पट जाता है तो भारतीय बाज़ार में पेट्रोल-डीज़ल के दामों में गिरावट आ जायेगी.
अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में रूस यूक्रेन युद्ध के शुरुआती दिनों में कच्चे तेल की कीमतें 138 डालर प्रति बैरल पहुँच गई थीं. मौजूदा समय में भी यह कीमत 130 डालर प्रति बैरल है. भारत अपनी ज़रूरतों का कुछ हिस्सा तेल रूस से भी खरीदता है. यूक्रेन से जंग के बाद यूरोपीय देशों ने रूस से तेल खरीदना कम कर दिया. ऐसे में भारत चाहता है कि वह रूस से ज्यादा तेल खरीदे और रूस उसे कम दाम पर तेल मुहैया कराये.
तेल भारत में सरकार के राजस्व का मुख्य स्रोत है इसलिए भारत इसे कम से कम कीमत में हासिल करना चाहता है. भारत अपनी ज़रूरतों का 85 फीसदी तेल दूसरे देशों से ही खरीदता है. ऐसे में उसके लिए रूस से ज्यादा मात्रा में तेल खरीदना कोई मुश्किल काम भी नहीं है.
यूक्रेन से जंग लड़ रहे रूस को दुनिया के कई देशों के प्रतिबन्ध भी झेलने पड़ रहे हैं. कई देशों ने उससे तेल खरीदना कम भी किया है. रूस की ज़रूरत अपना ज्यादा से ज्यादा तेल बेचने की है और भारत की ज़रूरत कम से कम दाम में ज्यादा तेल हासिल करने की है. बहुत संभव है कि रूस के साथ भारत का तेल करार हो जाए और भारतीय बाज़ार में लगी दामों में आग में कुछ कमी आ जाए.
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